शाहकंुड में मंुशी के भरोसे राजस्व की वसूली
19 पद के विरुद्ध सिर्फ चार राजस्व कर्मचारी, एक -एक कर्मचारी पर तीन-तीन हल्का की जिम्मेदारीशाहकंुड. शाहकंुड अंचल में राजस्वकर्मी के 19 पद हैं, लेकिन यहां कार्यरत सिर्फ चार हैं. इनमें भी एक प्रमोद सिन्हा अंचल निरीक्षक का काम करते हैं. प्रत्येक राजस्व कर्मचारी के जिम्मे तीन-तीन हल्का का काम है. इन लोगों ने लगान […]
19 पद के विरुद्ध सिर्फ चार राजस्व कर्मचारी, एक -एक कर्मचारी पर तीन-तीन हल्का की जिम्मेदारीशाहकंुड. शाहकंुड अंचल में राजस्वकर्मी के 19 पद हैं, लेकिन यहां कार्यरत सिर्फ चार हैं. इनमें भी एक प्रमोद सिन्हा अंचल निरीक्षक का काम करते हैं. प्रत्येक राजस्व कर्मचारी के जिम्मे तीन-तीन हल्का का काम है. इन लोगों ने लगान वसूली के लिए निजी सहायक रखा है. किसानों को लगान रसीद प्राप्त करने व अन्य काम के लिए बिचौलियों की सहायता लेनी पड़ती है. इसके एवज में उन्हें अधिक पैसे देने पड़ते हैं. वहीं राजस्व कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें विभिन्न प्रकार की बैठक से लेकर सैकड़ों प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर करना होता है. इसलिए गांव-गांव जाना संभव नहीं है. किसानों का कहना है कि आसानी से रसीद कटाना संभव नहीं है. इसलिए कर्मचारियों के मंुशी के पास ही जाना पड़ता है. क्या कहते हैं बीडीओबीडीओ विजय कुमार सौरभ ने कहते हैं कि राजस्व कर्मचारियों की कमी के कारण बिचौलिये सक्रिय हैं. शिविर लगा कर राजस्व वसूली व किसानों की अन्य समस्याओं का निदान होना चाहिए.