ई-किसान भन अधूरा, कैसे हो किसानों की भलायी

गोपालपुर. गोपालपुर में किसानों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये वित्तीय वर्ष 2011-12 में 2 करोड़ 58 लाख 48 हजार 209 रुपये की लागत से ई-किसान भवन का निर्माण ठीकेदार राजेश मधुकर द्वारा 25 जुलाई 2011 से शुरू किया गया और संविदा के अनुसार 24 जुलाई 2011 को कार्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 19, 2014 10:02 PM

गोपालपुर. गोपालपुर में किसानों को एक ही छत के नीचे सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये वित्तीय वर्ष 2011-12 में 2 करोड़ 58 लाख 48 हजार 209 रुपये की लागत से ई-किसान भवन का निर्माण ठीकेदार राजेश मधुकर द्वारा 25 जुलाई 2011 से शुरू किया गया और संविदा के अनुसार 24 जुलाई 2011 को कार्य पूरा कर देना था लेकिन अभी तक ठीकेदार द्वारा ई-किसान ीावन का कार्य पूरा नहीं किया गया है जिस कारण कृषि विभाग का कोई स्थायी कार्यालय नहीं होने के कारण प्रखंड कृषि पदाधिकारी पर्यवेक्षकों के लिये आवंटित छोटे से कमरे में किसी तरह कार्य करते हैं. क्या है ई-किसान भवनभवन निर्माण के बाद नेनरेटर, कम्प्यूटर एवं इंटरनेट की व्यवस्था सरकार द्वारा किया जायेगा. यहां मौसम की जानकारी, मिट्टी परीक्षण की व्यवस्था एवं पौधा संरक्षण व परामर्श केंद्र के रूप में कार्य होगा. प्रथम तल का उपयोग किसानों के प्रशिक्षण के लिये जायेगा. नवीनतम सुविधाओं के प्रति किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये ई-किसान भवन का उपयोग किया जायेगा. ई-किसान भवन बनने से गोपालपुर प्रखंड के नौ पंचायतों के किसानों को सुविधा मिलेगी. यहां के किसान देश और दुनिया के बाजारों से जुड़ जायेंगे. किसान अपना उत्पाद घर बैठे बेच सकेंगे और खेती के नये-नये तौर-तरीके भी जान सकेंगे. प्रखंड स्तर पर कार्यरत कृषि विभाग के सभी कर्मी इस भवन में काम करेंगे.

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