सबौर चौक पर जाम हुआ आम
सबौर चौक: ऑटो चालकों की मनमानी से अक्सर लगता है जाम प्रतिनिधि,सबौरएनएच-80 पर जाम लगना आम बात हो गयी है, लेकिन सबौर बजरंग वली चौक पर ऑटो चालकों की मनमानी से रोजाना जाम लग रहा है. अक्सर राहगीरों व ऑटो चालकों से तू-तू मैं-मैं होती है. कभी-कभी मारपीट तक की नौबत भी आ जाती है. […]
सबौर चौक: ऑटो चालकों की मनमानी से अक्सर लगता है जाम प्रतिनिधि,सबौरएनएच-80 पर जाम लगना आम बात हो गयी है, लेकिन सबौर बजरंग वली चौक पर ऑटो चालकों की मनमानी से रोजाना जाम लग रहा है. अक्सर राहगीरों व ऑटो चालकों से तू-तू मैं-मैं होती है. कभी-कभी मारपीट तक की नौबत भी आ जाती है. अधिक सवारी लेने की होड़ में एक साथ कई ऑटो चालक अपनी गाड़ी सड़क पर लगा देते हैं. सड़क के दोनों किनारे छोटी-छोटी दुकानें लगी रहती है, इस कारण सड़क के किनारे से निकलना मुश्किल होता है. यदि कोई इसके खिलाफ बोलता है, तो ऑटो चालक एकजुट हो बोलने वाले से ही उलझ जाते हैं. सबौर चौक के निकट ही रेलवे स्टेशन होने से सैकड़ों लोग इस चौक पर ऑटो पकड़ने आते हैं. ग्रामीण क्षेत्र से भी सैकड़ों चार पहिया वाहन, ट्रैक्टर, जुगाड़ गाड़ी, मोटरसाइकिल इस होकर आना-जाना करते हैं. ट्रेन, स्कूल व ऑफिस के समय जाम लगना आम बात हो गयी है. तिलका मांझी से सबौर की ओर जाने वाली सड़क पर नो इंट्री नहीं होता है, इसलिए जाम में ट्रक भी शामिल होते हैं. स्थानीय नवल किशोर, बबलू यादव, बाल कुमार कहते हैं कि चौक पर ट्रैफिक व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. लोगों को यहां लगने वाले जाम से रोजाना परेशानी होती है, लेकिन प्रशासन का इस पर कोई ध्यान ही नहीं है.