डॉ मृत्युंजय ने दिया योगदान
वरीय संवाददाता, भागलपुर तपस्वी अस्पताल प्रकरण में हाइकोर्ट से राहत मिलने के बाद चिकित्सक डॉ मृत्युंजय कुमार ने सोमवार को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में योगदान दिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह छुट्टी पर चल रहे थे. पुलिस को उनकी तलाश थी. निचली अदालत से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने […]
वरीय संवाददाता, भागलपुर तपस्वी अस्पताल प्रकरण में हाइकोर्ट से राहत मिलने के बाद चिकित्सक डॉ मृत्युंजय कुमार ने सोमवार को जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में योगदान दिया. मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही वह छुट्टी पर चल रहे थे. पुलिस को उनकी तलाश थी. निचली अदालत से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद उन्होंने हाइकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की थी. इस पर सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दिया है. गिरफ्तारी पर रोक लगने के बाद सोमवार को डॉ मृत्युंजय अपने कार्यस्थल जेएलएनएमसीएच पहुंचे और ओपीडी में अपनी सेवा दी. उन्होंने अपने निजी क्लिनिक तपस्वी अस्पताल में भी मरीजों की जांच की.