जमीन पर नहीं हो रही तैयारी
सुल्तानगंज: श्रावणी मेला की बेहतर तैयारी को लेकर प्रशासनिक दावे भले ही रोज हो रहे हैं, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं दिख रहा है. दो दिन पूर्व नयी सीढ़ी घाट स्थित उदघाटन मंच की सीढ़ी की मरम्मत करायी गयी. लेकिन, कुछ ही घंटे बाद हुई तेज बारिश में सीमेंट, बालू बह गया. गंगा घाट […]
सुल्तानगंज: श्रावणी मेला की बेहतर तैयारी को लेकर प्रशासनिक दावे भले ही रोज हो रहे हैं, लेकिन जमीन पर कुछ भी नहीं दिख रहा है. दो दिन पूर्व नयी सीढ़ी घाट स्थित उदघाटन मंच की सीढ़ी की मरम्मत करायी गयी.
लेकिन, कुछ ही घंटे बाद हुई तेज बारिश में सीमेंट, बालू बह गया. गंगा घाट जाने वाले रास्ते पर टूटी सड़क के कारण पानी और कीचड़ जमा हो गया है. कांवरिया कीचड़ में ही आने-जाने को विवश है. श्रवणी मेला शुरू होने में महज 22 दिन बचे हैं. जिला प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों ने अब तक एक बार भी मेला क्षेत्र का जायजा नहीं किया है.
गंगा के जलस्तर में वृद्धि : पांच दिनों से गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है. ऐसे में गंगा घाट से अजगैवीनाथ मंदिर जाने वाली पक्की सड़क पर जल्द ही पानी आ सकता है. कच्चे घाटों पर लगायी गयी अस्थायी दुकानें हटायी जा रही हैं. जलस्तर में वृद्धि के कारण रोज आने वाले हजारों श्रद्धालु व कांवरिये जान जोखिम में डाल कर गंगा स्नान कर रहे हैं. प्रशासन की ओर से न तो बैरिकेडिंग और न ही सुरक्षा नौका की व्यवस्था की गयी है. रोशनी की भी व्यवस्था गंगा घाट पर पर्याप्त नहीं है. शाम होते ही परेशानी शुरू हो जाती है.