भागलपुर: चर्च और बिशप हाउस से सटे सरकारी नाले में बम मिलने की सूचना मिलने के बाद तिलकामांझी पुलिस ने बम निरोधक दस्ता को खबर किया. पुलिस लाइन में तैनात जिला बल के 20 जवानों ने बम निरोधक दस्ता का प्रशिक्षण लिया है. हालांकि दस्ता के पास किसी तरह का बम निरोधक सामान नहीं है.
प्रशिक्षण प्राप्त जवान सीधे तिलकामांझी थाना पहुंच गये. थाने से उन्हें घटनास्थल भेजा गया. कुछ देर बाद दस्ता का एक जवान मौके पर पहुंचा. लेकिन उस जवान के पास कुछ नहीं था. अकेले जवान कैसे तीन बमों से भरे जार को ले जाता.
वह अन्य साथियों का इंतजार करने लगे. इस दौरान इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह मौके पर पहुंच गये. उन्होंने एक ठेला को रोकवाया और उस पर बम को रख कर थाना ले जाने का निर्देश दिया. इस निर्देश के मिलते ही बम निरोधक दस्ता का इकलौता जवान घटनास्थल से भाग निकला. उसकी खोज होने लगी, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद टाइगर मोबाइल का जवान अजय कुमार सिंह अपने जान पर खेल कर बम को ठेला पर रखा. जार को रस्सी से बांध दिया. धीरे-धीरे बम को लेकर थाना पहुंचा.
मग, पानी, कपड़ा से बम को किया निष्क्रिय . भागलपुर में बम निरोधक दस्ता नहीं है. सिर्फ 20 जवानों को बम निरोधक दस्ता का प्रशिक्षण दिया गया है. लेकिन उनके पास कोई संसाधन नहीं है. मंगलवार को कोतवाली इंस्पेक्टर आरपी वर्मा, इशाकचक इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती और तिलकामांझी थानेदार नीरज कुमार सिंह ने काफी जोखिम उठाया और बम को किसी तरह निष्क्रिय किया. दुकान से प्लास्टिक का मग और पानी लेकर बम के आसपास डाला गया. फिर एक कपड़ा लेकर थानेदार नीरज ने बम को हाथ ले उठा झट से पानी भरे जार में रख दिया. नाले से अन्य बम को भी इसी तरह निकाला गया. फिर उसे ठेला पर लाद कर थाने ले जाया गया. गत दिनों गोशाला में भी दो जिंदा बम मिंला था, जिसे पानी भरे बाल्टी में रख कर टेंपो के जरिये थाना ले जाया गया था. राज्य में इकलौता बम निरोधक दस्ता पटना में है. उसे भागलपुर आने में कम से आठ से दस घंटे लगेंगे.