उर्दू के 90% अभ्यर्थी बन जायेंगे शिक्षक
भागलपुर: शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक नियोजन पात्रता के लिए ली गयी विशेष उर्दू पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है. शिक्षा विभाग से अब तक प्राप्त आंकड़ों के आधार पर भागलपुर समेत राज्य भर के अन्य जिलों के 90 प्रतिशत से अधिक एसटीइटी(उर्दू) अभ्यर्थी जल्द ही सरकारी स्कूलों में शिक्षक […]
भागलपुर: शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षक नियोजन पात्रता के लिए ली गयी विशेष उर्दू पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों के लिए राहत भरी खबर है. शिक्षा विभाग से अब तक प्राप्त आंकड़ों के आधार पर भागलपुर समेत राज्य भर के अन्य जिलों के 90 प्रतिशत से अधिक एसटीइटी(उर्दू) अभ्यर्थी जल्द ही सरकारी स्कूलों में शिक्षक बन पायेंगे. शिक्षक नियोजन की नयी प्रक्रिया में ये अभ्यर्थी शामिल हो पायेंगे. नियोजन के लिए उन्हें 16 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच आवेदन देना होगा.
उर्दू के अभ्यर्थियों के लिए दूसरी राहत भरी खबर यह है कि उनके लिए अब इंटर में 50 अंकों का ही उर्दू विषय पढ़ा होना काफी होगा. उर्दू शिक्षकों के लिए पूर्व की नियुक्ति प्रक्रिया में इंटर में 100 अंक की उर्दू विषय की पढ़ाई को अनिवार्य किया गया था. नियमावली में संशोधन कर 100 अंकों की अनिवार्यता घटा कर 50 अंकों का कर दिया गया है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी कर दिया है. हालांकि बंगला विषय वाले अभ्यर्थियों को कोई राहत नहीं दी गयी है.
डीइओ की बैठक के बाद मालूम होगी रिक्तियों की संख्या : अपूर्ण आंकड़ों के आधार पर प्रारंभिक विद्यालयों में अभी उर्दू शिक्षक के 22 हजार से अधिक पद रिक्त हैं. नौ दिसंबर को पटना मुख्यालय में सभी जिले के डीइओ की बैठक बुलायी गयी है. इसके बाद रिक्तियों की सही संख्या प्राप्त होगी. शिक्षा विभाग के अनुसार एसटीइटी परीक्षा में 23,698 उर्दू शिक्षक अभ्यर्थी पास हुए हैं. यानी कि 90 प्रतिशत से अधिक अभ्यर्थियों के नियोजन होने की उम्मीद है, जबकि दूसरी ओर बंगला विषय के 400 रिक्तियों के विरुद्ध ही शिक्षकों की बहाली होनी है.