मेडिकल कॉलेज के चार स्टूडेंट होंगे निष्कासित
भागलपुर: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे 2010 बैच के फाइनल ईयर के चार स्टूडेंट को निष्कासित किया जायेगा. इसमें तीन छात्र व एक छात्रा शामिल हैं. मंगलवार को कॉलेज के शिक्षक डॉ आलोक शर्मा पर छात्रों द्वारा किया गया हमला व एनाटॉमी विभाग में किये गये तोड़फोड़ के आरोप […]
भागलपुर: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे 2010 बैच के फाइनल ईयर के चार स्टूडेंट को निष्कासित किया जायेगा. इसमें तीन छात्र व एक छात्रा शामिल हैं.
मंगलवार को कॉलेज के शिक्षक डॉ आलोक शर्मा पर छात्रों द्वारा किया गया हमला व एनाटॉमी विभाग में किये गये तोड़फोड़ के आरोप में मेडिकल कॉलेज काउंसिल के अध्यक्ष सह प्राचार्य डॉ अजरुन कुमार सिंह की अध्यक्षता में नौलखा स्थित लेक्चर थियेटर में सभी विभागाध्यक्षों के साथ बैठक की गयी. एनाटॉमी विभाग के शिक्षक सह स्टूडेंट सेक्शन इंचार्ज डॉ आलोक शर्मा व लिपिक रवि रंजन को से पूरे मामले की जानकारी ली गयी.
इसके बाद निर्णय लिया गया कि तीनों छात्र व एक छात्र के निष्कासन की कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को प्राचार्य के माध्यम से अनुशंसा भेजी जाये. इस पर प्राचार्य ने सहमति देते हुए कहा है कि दोषी छात्रों पर हर हाल में कार्रवाई होगी. इधर 2010 बैच के फाइनल ईयर के आइ और इएनटी की परीक्षा टीएनबी कॉलेज में थी पर डर से छात्र कॉलेज नहीं गये.
हेलमेट व पत्थर से मारना शुरू किया
बैठक में सभी एचओडी ने कहा कि शिक्षक व छात्रों के बीच के रिश्ते में जिस तरह से दरार आयी है वह किसी भी सूरत में अच्छे संकेत नहीं दे रहे हैं. इससे जहां कॉलेज की छवि खराब होती है वहीं कॉलेज में पढ़नेवाले दूसरे छात्रों को भी परेशानी होती है. बैठक के दौरान डॉ आलोक शर्मा ने लिखित रूप से शिकायत करते हुए कहा कि अचानक 2010 बैच के छात्र-छात्रओं की टोली आयी और क्लास लेने के दौरान ही हेलमेट व पत्थर से मारना शुरू कर दिया. इस दौरान क्लास में एक छात्र डर से बेहोश हो गयी. छात्रों ने बाहर खड़ी बाइक को चूर-चूर कर दिया और उसे कॉलेज परिसर के झरने में फेंक दिया.
छात्रों ने गाली देते हुए जान से मारने की दी धमकी
लिपिक रवि रंजन ने भी प्राचार्य से लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि उन पर जानलेवा हमला किया गया है. उनकी बाइक को क्षतिग्रस्त कर दिया गया. बाइक का मुआवजा दिया जाये ताकि कॉलेज आने में परेशानी नहीं हो. उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों ने गाली देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी है. पहले तो हमने प्राचार्य से शिकायत की है अगर यहां सुरक्षा और न्याय नहीं मिला तो पुलिस को लिखित शिकायत करेंगे.
मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव डॉ संदीप लाल ने बताया कि सभी की सहमति से प्राचार्य आगे की कार्रवाई का निर्णय लेंगे. हमलोग अपने स्तर से एसोसिएशन की बैठक में नियमित चर्चा किये हैं. बैठक में सजर्री के विभागाध्यक्ष डॉ यू नाथ, एनेस्थेसिया के डॉ एनके वर्मा, शिशु के प्रोफेसर डॉ आरके सिन्हा, डॉ एके मल्लिक, डॉ हेमंत सिन्हा, डॉ यूएस चौधरी, डॉ रविकांत मिश्र, डॉ प्रेम कुमार, डॉ एसएन तिवारी, डॉ विनय कुमार, डॉ दिलीप सिंह, डॉ अनुपमा सहाय समेत अन्य विभागों के विभागाध्यक्ष व शिक्षक मौजूद थे.
मेडिकल कॉलेज ने भी छात्रों पर दर्ज करायी प्राथमिकी
मेडिकल कॉलेज में छात्रों द्वारा तोड़फोड़ व शिक्षक समेत दो कर्मियों की बाइक तोड़ने के मामले में कॉलेज प्रबंधन की ओर से बरारी थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. मामले में पांच मेडिकल छात्र डॉ शशि कांत, डॉ शशांक, डॉ सरिता कुमारी, डॉ दिनेश, डॉ सुनील समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है. आरोप है कि इन छात्रों ने शिक्षक व अन्य कर्मियों को बंधक बना कर मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ और हंगामा किया. छात्रों ने डॉ आलोक शर्मा व कर्मचारी रवि रंजन की बाइक को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर घंटों हंगामा किया था.
एग्जामिनेशन बोर्ड लेगा निर्णय
आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार एनके सिंह ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के छात्र के थर्ड प्रोफेशनल एमबीबीएस पार्ट वन थ्योरी एग्जाम देने टीएनबी कॉलेज सेंटर में नहीं पहुंचने की जानकारी मिली है. मामले की जांच की जा रही है. संबंधित कॉलेज से रिपोर्ट मांगी गयी है. केंद्र बदलने या परीक्षा रद्द करने का निर्णय एग्जामिनेशन बोर्ड लेगा.