रेलवे में विदेशी पूंजी निवेश का विरोध

संवाददाता, भागलपुर दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय कार्यकारिणी समिति सभा में रेलवे के संबंद्ध यूनियन (एनएफआइआर) ने रेलवे में एफडीआइ का विरोध किया है. यह जानकारी इस्टर्न मेंस कांग्रेस, भागलपुर शाखा के सचिव डीसी झा ने दी. उन्होंने बताया कि सभा 10 से 12 दिसंबर को हुई थी. इसमें एनएफआइआर के महासचिव राघवैया ने रेलवे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 14, 2014 12:02 AM

संवाददाता, भागलपुर दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय कार्यकारिणी समिति सभा में रेलवे के संबंद्ध यूनियन (एनएफआइआर) ने रेलवे में एफडीआइ का विरोध किया है. यह जानकारी इस्टर्न मेंस कांग्रेस, भागलपुर शाखा के सचिव डीसी झा ने दी. उन्होंने बताया कि सभा 10 से 12 दिसंबर को हुई थी. इसमें एनएफआइआर के महासचिव राघवैया ने रेलवे बोर्ड एवं अन्य बैठक में अपने रेल कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए कई जानकारी से अवगत कराया. सभा में रिजर्वेशन कार्यालयों का निजी करण व नयी पेंशन नीति बंद करने समेत रेलवे में खाली पदों की भरती किये जाने, उत्पादकता बोनस में सिलिंग खत्म करने एवं सातवें वेतन आयोग की रिपोर्ट को समय पर लागू करवाने जैसे मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया. सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया है कि संभव हो तो अप्रैल 2015 तक के समय तक सरकार यदि कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है, तो एनएफआइआर अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान कर सकती है. उन्होंने बताया कि एनएफआइआर के राघवैया को फाउंडेशन से डॉक्टरेट की मानद उपाधि पर अलंकृत किया गया है. सभा में पूर्व रेलवे मेंस कांग्रेस के केंद्रीय सभापति आरके सिन्हा, महामंत्री विनोद शर्मा, भागलपुर से प्रतिनिधि केबी ठाकुर उपस्थित थे. इधर, एनएफआइआर के राघवैया को फाउंडेशन से डॉक्टरेट की मानद उपाधि पर इस्टर्न मेंस कांग्रेस, भागलपुर शाखा के सचिव डीसी झा समेत रेलवे परिवार ने बधाई दी है.

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