भागलपुर: ओमप्रकाश शर्मा उर्फ ओम बाबा की हत्याकांड में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. इससे बिल्डर पवन डालुका व कन्हैया सरावगी के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कस गया है. उन दोनों की गिरफ्तारी का आदेश दिया गया है. इस हत्याकांड के मामले में अन्य संदिग्धों की जांच विभिन्न बिंदु पर चल रही है.
पुलिस द्वारा उनके कॉल डिटेल खंगाले जा रहे हैं. एसएसपी राजेश कुमार ने बताया कि पवन डालुका व कन्हैया सरावगी की गिरफ्तारी के लिए पांच सदस्यीय पुलिस टीम का गठन किया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि संदिग्धों के खिलाफ सबूत मिलने पर और लोगों की गिरफ्तारी की जायेगी. एसएसपी ने बताया कि देवी बाबू धर्मशाला के दरबान को भी पुलिस खोज रही है. हत्या मामले में वह अहम कड़ी है. ज्ञात हो कि घटना के दिन से ही दरबान फरार चल रहा है.
एसएसपी ने बताया कि बाबा के शव का पोस्टमार्टम कराने पर ही हत्या का मामला प्रकाश में आया. जिस दिन ओम बाबा की हत्या हुई है. इस दौरान सीसीटीवी कैमरा, मोबाइल टावर, चश्मदीद गवाह व हत्या के समय पर धर्मशाला में मौजूद होना, इस बात का सबूत पेश करता है कि बिल्डर पवन डालुका व कन्हैया सरावगी की हत्या में संलिप्ता है. घटना के क्रम में वे लोग किसी खास व्यक्ति से लगातार मोबाइल संपर्क में रहे हैं. इसका सबूत भी मोबाइल टावर से मिला है.
हत्या मामले में पुलिस का अनुसंधान जारी है. सबूत मिलने पर और लोगों की भी गिरफ्तारी होगी. उन्होंने बताया कि घटना के बाद से पवन डालुका व कन्हैया सरावगी का मोबाइल बंद आ रहा है. लेकिन पुलिस को कुछ लोकेशन मिल रहे हैं. पुलिस उन जगहों पर गिरफ्तारी के लिए दबिश देगी. दूसरी ओर कोर्ट से भी पुलिस वारंट लेने का प्रयास कर रही है. इस मामले में पुलिस दूध का दूध व पानी का पानी लोगों के सामने लायेगी. किसी भी हालत में हत्यारा को बख्शा नहीं जायेगा.