कैंटीन है या डंपिंग यार्ड, पार्किग या गैराज

भागलपुर: भागलपुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को निरीक्षण के दौरान मालदा डीआरएम राजेश अर्गल गंदगी और अधूरे पड़े विकास कार्यो पर नाराजगी जतायी. दोपहर तीन बजे के बाद भागलपुर स्टेशन पर उतरते ही उन्होंने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. दो व तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर मलबा देख भड़के और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2014 2:44 AM

भागलपुर: भागलपुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को निरीक्षण के दौरान मालदा डीआरएम राजेश अर्गल गंदगी और अधूरे पड़े विकास कार्यो पर नाराजगी जतायी. दोपहर तीन बजे के बाद भागलपुर स्टेशन पर उतरते ही उन्होंने सफाई व्यवस्था का जायजा लिया. दो व तीन नंबर प्लेटफॉर्म पर मलबा देख भड़के और सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया. मलबा हटाने के बाद ही ठेकेदारों का भुगतान क्लियर करने को कहा.

द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय व वहां के शौचालय का निरीक्षण करने के दौरान वहां का कर्मी सोता पाया. प्रभारी प्रबंधक के जगाने के बाद डीआरएम ने तबीयत के बारे में पूछा. उसने खुद को बीमार बताया. निरीक्षण के दौरान प्रभारी स्टेशन प्रबंधक सह मुख्य यार्ड प्रबंधक डीसी झा, एरिया मैनेजर एसके मुमरू, पीडब्ल्यूआइ आरके सिंह, सीआइटी आरएन पासवान, सीनियर सेक्शन इंजीनियर दिनेश प्रसाद, सीआइटी चेकिंग एनके सिंह व अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.

कैंटीन में गंदगी देख भड़के

ठेके पर संचालित कैंटीन की गंदगी देख डीआरएम ने एसीएम से बराबर निरीक्षण करने की बात कही. कैंटीन में बेसिन व आसपास, किचन में पड़े बेकार सामान देख उन्होंने कैंटीन को डंपिंग यार्ड बना देने पर फटकार लगायी. उन्होंने बताया कि कैंटीन का ठेका भले ही आइआरसीटीसी से मिलता है, लेकिन शिकायत पर कड़ी कार्रवाई होगी.

भागलपुर की अंगरेजी खराब है!
स्टेशन के बाहरी परिसर का निरीक्षण करते समय जब डीआरएम ने स्टेशन बिल्डिंग के शीर्ष पर स्टेशन का नाम दरसाते हिंदी, उर्दू व अंगरेजी के डिस्प्ले लाइट बोर्ड की तरफ इशारा करते हुए पूछा कि यह ठीक से जलता है या नहीं, तो उप प्रबंधक डीसी झा का जवाब था- ‘हिंदी और उर्दू वाला तो ठीक है, लेकिन भागलपुर का अंगरेजी खराब है.’

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