भागलपुर: मंगलवार देर रात से विक्रमशिला सेतु पर लगा महाजाम बुधवार की देर रात तक नहीं समाप्त हो पाया. महाजाम से भागलपुर जीरोमाइल से लेकर सबौर के आगे व नवगछिया तक वाहनों की कतार लगी रही. जाम से सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हुई. 10 हजार से अधिक बच्चे जाम में घंटों फंसे रहे. जाम से निजात दिलाने में पुलिस के साथ-साथ सदर अनुमंडलाधिकारी पूरी तरह फेल हो गये हैं. आम लोग अब आलाधिकारी से उम्मीद लगाये हैं कि वही कोई रास्ता निकालें.आये दिन लगनेवाले जाम को लेकर बिहपुर के विधायक ई शैलेन्द्र गुरुवार को प्रमंडलीय आयुक्त के कार्यालय पर धरना देंगे.
सर्द हवाओं के बीच रात गुजारने को मजबूर हुए लोग
बुधवार देर रात नवगछिया की ओर से किसी तरह वाहनों का परिचालन जारी रहा. भागलपुर की ओर से भी इक्का-दुक्का वाहन किसी तरह जगह बनाते गुजर पा रहे थे. वहीं भागलपुर की ओर से भारी वाहनों ने सुबह से पहले जाम छूटने की उम्मीद ही छोड़ दी. ट्रक-ट्रैक्टर व अन्य भारी वाहनों के चालक, खलासी अपनी बिस्तर लगा चुके थे. गंगा की धार को छूकर आती सर्द हवाओं की ठिठुरन के बीच पुल पर रात गुजारने के लिए एक कंबल नाकाफी साबित हो रहा था.
चार ट्रकों के खराब होने के कारण लगा जाम
विक्रमशिला पुल पर लगा महाजाम चार ट्रकों के खराब होने के कारण लगा. जीरोमाइल पुलिस के मुताबिक, हवाई अड्डा मोड़ के पास एक ट्रक मंगलवार रात को खराब हो गया था, जबकि नवगछिया में रास्ते में तीन ट्रक खराब थे. इस कारण रात से जाम लगा रहा. बुधवार शाम चार बजे हवाई अड्डा मोड़ पर खराब ट्रक को जीरोमाइल पुलिस ने हटाया.
शाम में सुधार, रात में फिर जाम
पिछले 24 घंटे से भागलपुर को जाम से निजात नहीं मिला है. जीरोमाइल से लेकर नवगछिया तक हजारों वाहन फंसे हैं जिसमें ट्रकों की संख्या अधिक है. जाम में स्कूली बसें घंटों फंसी रही. बच्चे घंटों देरी से स्कूल व घर पहुंचे. विक्रमशिला सेतु जाम रहने के कारण नवगछिया आने-जाने में लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. महाजाम को हटाने को लेकर प्रशासन कहीं सक्रिय नहीं दिखा. जिलाधिकारी ने सदर अनुमंडलाधिकारी को जाम से निबटने की जिम्मेवारी दे रखी है, लेकिन जाम को लेकर उनकी सजगता कहीं नहीं दिख रही है. आये दिन लगनेवाले जाम से भागलपुर शहर सहित नवगछिया अनुमंडल व सबौर इलाके के लोग आजिज आ गये हैं. शाम में जाम की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन नो इंट्री के समाप्त होते ही फिर से जाम लग गया.