भागलपुर: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सह नगर विधायक अश्विनी कुमार चौबे, सांसद शाहनवाज हुसैन व भाजपा नेताओं ने सोमवार को कमल नगर कॉलोनी स्थित पंडित दीनानाथ के निवास पर परिजनों से मुलाकात की और सभी का कुशल क्षेम पूछा. पंडित दीनानाथ के पुत्र से गले लग कर चौबे जी व पंडित जी के पुत्र दोनों भावुक हो कर रो पड़े.
इसके बाद उन्होंने केदारनाथ हादसे की आपबीती सुनायी. उन्होंने कहा कि केदारनाथ में हादसा के बाद पंडित दीनानाथ झा को कहीं नहीं देखा. वे वहां से निकल गये, बह गये या दब गये. यह मुङो मालूम नहीं. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री श्री चौबे ने पंडित जी के परिजनों कहा कि उत्तराखंड सरकार की घोषणा के मुताबिक कि 15 जुलाई तक जिन भी लापता लोगों का पता नहीं चल सका, उन्हें मृत घोषित कर दिया जायेगा. इस आधार पर अब पंडित जी का श्रद्ध कर्म कर दिया जाये.
इधर पंडित जी के पुत्र मनोज कुमार झा व अन्य परिजनों का कहना है कि जब पंडित जी का कोई स्पष्ट पता नहीं है तो उनकी खोजबीन होनी चाहिए. इसके लिए उन्हें ढूंढ़ने का प्रयास किया जायेगा. पंडित जी की पत्नी चिंतामणि देवी व मां सुभद्रा देवी से श्री चौबे की पत्नी ने मुलाकात की. पंडित जी की पत्नी ने 19 जून को एक अखबार में छपी खबर का हवाला देते हुए कहा कि खबर छपी थी पूर्व स्वास्थ्य मंत्री समेत सुरक्षा कर्मी, पीए व पंडित जी को हेलीकॉप्टर से गुप्तकाशी पहुंचा दिया गया है. इस पर श्री चौबे की भाभी ने कहा कि कई खबरें मनगढ़ंत छाप दी गयी थी.
श्री चौबे की पत्नी से पंडित जी की पत्नी ने सवाल पूछा क्यों केवल पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व उनके सारे निजी परिजन बच गये और उनके पंडित जी व अन्य लापता हो गये. इस पर श्री चौबे की पत्नी ने चुप्पी साध ली. पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने जाते वक्त तीन-चार दिनों में दोबारा मुलाकात करने का आश्वासन दिया. मुलाकात करने वाले में पंडित जी के पुत्र मनोज कुमार झा, भतीजा संजीव कुमार झा, भाई रजनीकांत झा, भाजपा के जिला अध्यक्ष नभय कुमार चौधरी, मीडिया प्रभारी देवन पांडेय, भाजपा नेता मृणाल शेखर, प्रमोद प्रभात, शशि मोदी आदि अन्य भाजपा नेता शामिल थे.