पुण्यतिथि पर याद किये गये प्रो बिलग्रामी

-टीएमबीयू व वीकेएसयू के प्रतिकुलपति भी रहे हैं प्रो बिलग्रामी के शिष्यफोटो :वरीय संवाददाता भागलपुरतिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर बॉटनी विभाग के संस्थापक अध्यक्ष व जानेमाने वैज्ञानिक प्रो कृष्ण सहाय बिलग्रामी को उनके शिष्यों ने बुधवार को पुण्यतिथि पर याद किया. बॉटनी विभाग में उनके तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया और उनके योगदान पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2014 9:05 PM

-टीएमबीयू व वीकेएसयू के प्रतिकुलपति भी रहे हैं प्रो बिलग्रामी के शिष्यफोटो :वरीय संवाददाता भागलपुरतिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर बॉटनी विभाग के संस्थापक अध्यक्ष व जानेमाने वैज्ञानिक प्रो कृष्ण सहाय बिलग्रामी को उनके शिष्यों ने बुधवार को पुण्यतिथि पर याद किया. बॉटनी विभाग में उनके तैलचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया और उनके योगदान पर चर्चा की. उल्लेखनीय है कि तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो एके राय व वीर कुंवर सिंह यूनिवर्सिटी के प्रतिकुलपति प्रो लीला चंद्र साह भी प्रो बिलग्रामी के शिष्य रहे हैं.प्रतिकुलपति प्रो राय ने कहा कि प्रो बिलग्रामी जोधपुर के रहनेवाले थे. विश्वविद्यालय के बॉटनी विभाग में उन्होंने 1970 को योगदान दिया था. उस समय बॉटनी विभाग फिजिक्स विभाग में चलता था. इसके बाद उन्होंने विश्वविद्यालय से अनुरोध कर 1974 में बॉटनी विभाग बनवाया. बॉटनिकल गार्डेन भी बनवाया. इसमें सैकड़ों पौधे लगाये. दुर्लभ प्रजाति के पौधे रॉलसिया, सर्पगंधा, डायस्कोरिया, सोनाछाल भी लगवाये. उस समय देश के विकसित गार्डेन के रूप में इस गार्डेन को जाना जाने लगा. 31 जुलाई 1993 तक हेड रहे. इसके बाद सीएसआइआर के इमेरिटस प्रोफेसर बने. इंडियन साइंस एकेडमी के फेलो की उपाधि भी प्रो बिलग्रामी ने प्राप्त किया था. 31 दिसंबर 1996 को उन्होंने लखनऊ के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली थी. वह विभाग को अंतरराष्ट्रीय ऊंचाई तक ले गये. उनके कार्यकाल में सैकड़ों छात्र यहां से अच्छे-अच्छे पदों पर गये. इस मौके पर प्रतिकुलपति प्रो राय के अलावा वीर कुंवर सिंह विवि के प्रतिकुलपति प्रो लीला चंद्र साह, विभागाध्यक्ष प्रो अरुण कुमार सिंह, प्रो एसके चौधरी, प्रो कौशल किशोर सिन्हा व कर्मचारी उपस्थित थे.

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