वर्षांत समारोह में बांटे 2014 के खट्टे-मीठे अनुभव
– भागलपुर इंस्टीट्यूट में शहर के गण्यमान्य ने अपने परिवारों के साथ की खूब मस्ती फोटो नंबर : सुरेंद्र जी संवाददाता, भागलपुर भागलपुर इंस्टीट्यूट में बुधवार को वर्षांत समारोह हुआ. समारोह में 2014 के खट्टे-मीठे अनुभव और वर्ष 2015 के भावी कार्यक्रमों पर विस्तार से चिंतन किया गया. इस दौरान शहर के गण्यमान्य व उनके […]
– भागलपुर इंस्टीट्यूट में शहर के गण्यमान्य ने अपने परिवारों के साथ की खूब मस्ती फोटो नंबर : सुरेंद्र जी संवाददाता, भागलपुर भागलपुर इंस्टीट्यूट में बुधवार को वर्षांत समारोह हुआ. समारोह में 2014 के खट्टे-मीठे अनुभव और वर्ष 2015 के भावी कार्यक्रमों पर विस्तार से चिंतन किया गया. इस दौरान शहर के गण्यमान्य व उनके परिवार ने खूब मस्ती की. बच्चे डीजे की धुन पर नाच रहे थे, तो बड़े एक -दूसरे से खट्टे-मीठे अनुभव शेयर कर रहे थे. नववर्ष के आगमन के स्वागत में पूरा परिसर बैलून व फूल-पत्तियों से सजाया गया था. अतिथियों का कहना था भागलपुर बिहार का दूसरा सबसे बड़ा जिला है, इसे उप राजधानी का दर्जा और उस अनुरूप सुविधा मिलनी चाहिए. निरंतर विकास के अभाव में यहां के गौरवशाली इतिहास को धूमिल किया जा रहा है. कार्यक्रम में वर्ष 2015 के भावी कार्यक्रम पर विचार करते हुए सुझाव आया, जिसमें बताया गया भागलपुर के चातुर्दिक विकास के लिए सामूहिक पहल के आधार पर शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, सफाई और भ्रष्टाचार जैसी ज्वलंत समस्याओं पर कार्य किया जायेगा. वर्षांत समारोह में कैलाश झुनझुनवाला, विमल कुमार केडिया, मधुसूदन अग्रवाल, राकेश सर्राफ, प्रीतम खेमका, पार्वती घोष, गौरव बाजोरिया, प्रवीण टिबड़ेवाल आदि का योगदान रहा.