अहम की लड़ाई में शहर नरक
भागलपुर : नगर निगम के अधिकारियों, अस्थायी सफाइकर्मियों और निजी एजेंसी की जिच के बीच पिछले चार दिन में शहर की स्थिति नारकीय हो गयी है. एक जनवरी से निजी एजेंसी को वार्ड एक से 36 तक की सफाई की जिम्मेवारी सौंपने के साथ ही अस्थायी सफाइकर्मियों ने काम बंद कर दिया है. अस्थायी सफाइकर्मियों […]
भागलपुर : नगर निगम के अधिकारियों, अस्थायी सफाइकर्मियों और निजी एजेंसी की जिच के बीच पिछले चार दिन में शहर की स्थिति नारकीय हो गयी है. एक जनवरी से निजी एजेंसी को वार्ड एक से 36 तक की सफाई की जिम्मेवारी सौंपने के साथ ही अस्थायी सफाइकर्मियों ने काम बंद कर दिया है.
अस्थायी सफाइकर्मियों का कहना है कि वे निजी कंपनी के साथ काम नहीं करेंगे. वे लोग शुरू से निगम के लिए काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे. इधर नगर आयुक्त का कहना है कि शहर की सफाई का जिम्मा निजी एजेंसी को सौंप दिया गया है.
अब वही शहर की सफाई करायेगी. निजी एजेंसी का कहना है कि अगर अस्थायी सफाइकर्मियों ने सोमवार से काम शुरू नहीं किया, तो अपना सफाइकर्मी रख कर शहर की सफाई शुरू की जायेगी. इधर कूड़े का उठाव नहीं होने से शहर के सभी चौक-चौराहों पर कूड़े का अंबार है. अगर जल्द उठाव नहीं हुआ तो आनेवाले दिनों में शहर में महामारी फैलने की आशंका बनने लगी है.