बह रहा पुल, पर हार मानने को तैयार नहीं भुटकू मंडल

भागलपुर: जमुनिया नदी पर पिछले 25 वर्षो से अकेले मेहनत कर पुल निर्माण कर रहे भुटकू मंडल को एक बार फिर नदी ने परेशानी बढ़ा दी है. हाल में हुई बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है और पुल पर विभिन्न स्थानों से ईंट व पत्थर बह गया है. इससे भुटकू मंडल की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2015 8:28 AM

भागलपुर: जमुनिया नदी पर पिछले 25 वर्षो से अकेले मेहनत कर पुल निर्माण कर रहे भुटकू मंडल को एक बार फिर नदी ने परेशानी बढ़ा दी है. हाल में हुई बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है और पुल पर विभिन्न स्थानों से ईंट व पत्थर बह गया है. इससे भुटकू मंडल की परेशानी भले ही बढ़ गयी है, लेकिन उनका हौसला नहीं टूटा है.

67 साल के इस बुजुर्ग ने बताया कि जब तक शरीर में जान है, इस पुल पर ईंट और पत्थर डालते रहेंगे. उन्होंने बताया कि उनके पास केवल दो ही बड़े पाइप उपलब्ध थे, इससे नदी का सारा पानी पार नहीं हो पा रहा है. कहीं से कोई मदद भी नहीं मिल रही है, जो और भी पाइप लगा दें. ज्ञात हो कि अपनी हाड़तोड़ मेहनत से श्री मंडल ने नाथनगर के लालूचक -बुद्धुचक के समीप जमुनिया नदी पर पत्थर, ईंट, बालू, मिट्टी और बड़ा पाइप डाल कर पुल बनाया था.

इस नदी के गहरे पानी व कीचड़ से कभी हर दिन सैकड़ों किसानों को पैदल पार कर अपनी खेतों पर जाना पड़ता था. पुल बनने के बाद वे अपने छोटे वाहन भी आसानी से पार करने लगे थे. जगह-जगह से पुल के बह जाने के कारण हजारों लोगों को परेशानी हो गयी है. नाथनगर प्रखंड के बुद्धूचक के रहनेवाले भुटकू मंडल बताते हैं कि वे हर दिन नदी पार कर अपनी खेत पर जाते थे. लगभग 25 वर्ष पहले एक साथी (अब जीवित नहीं) के सुझाव पर पुल बनाना शुरू किया.

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