जिले का पीएलपी दो हजार करोड़ का
भागलपुर: अगले वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए जिले की संभाव्यतायुक्त योजना (पीएलपी) बन कर तैयार हो गयी है. कुल 1987.52 करोड़ वाली पीएलपी में कृषि सहित प्राथमिकता वाले क्षेत्र के लिए 1107.52 करोड़ की व्यवस्था की गयी है. पीएलपी के आधार पर ही जिले की एसीपी (वार्षिक साख योजना) तैयार होती है. चालू वित्तीय वर्ष […]
भागलपुर: अगले वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए जिले की संभाव्यतायुक्त योजना (पीएलपी) बन कर तैयार हो गयी है. कुल 1987.52 करोड़ वाली पीएलपी में कृषि सहित प्राथमिकता वाले क्षेत्र के लिए 1107.52 करोड़ की व्यवस्था की गयी है. पीएलपी के आधार पर ही जिले की एसीपी (वार्षिक साख योजना) तैयार होती है. चालू वित्तीय वर्ष का पीएलपी 1497 करोड़ का था.
2014-15 में फसल ऋण के लिए 657 करोड़
वित्तीय वर्ष 2014-15 के पीएलपी में फसल ऋण के लिए 657 करोड़, जल संसाधन के लिए 20 करोड़, भूमि विकास के लिए 7 करोड़, कृषि यांत्रिकीकरण के लिए 28 करोड़ की व्यवस्था की गयी है. इसी तरह बागवानी सेक्टर के लिए 40 करोड़, वानिकी व बंजर भूमि के विकास के लिए 52 लाख, गव्य विकास के लिए 150 करोड़, मुरगी पालन के लिए 28 करोड़, भेड़-बकरी व सुअर पालन के लिए 25 करोड़, मत्स्य पालन के लिए 45 करोड़, कोल्ड स्टोरेज व गोदाम के लिए 55 करोड़, अन्य कृषि क्षेत्र के लिए 45 करोड़ व अपशिष्ट उपयोग के लिए 7 करोड़ की व्यवस्था की गयी है.
गव्य विकास पर अधिक फोकस
जिले के अगले वित्तीय वर्ष के पीएलपी में गव्य विकास पर अधिक फोकस किया गया है. पीएलपी में प्राथमिकता वाले क्षेत्र के लिए 1107 करोड़ व गैर कृषि क्षेत्र में 630 करोड़ के साथ अन्य प्राथमिकता वाले क्षेत्र में 250 करोड़ की व्यवस्था की गयी है. अमूमन इसी के आसपास जिले की साख योजना भी तैयार होगी. इसके बाद विभिन्न बैंकों का लक्ष्य निर्धारित होगा. इसके बाद बैंक ऋण देंगे. चालू वित्तीय वर्ष में एसीपी की प्रगति अच्छी नहीं है. पहली छमाही में कमजोर प्रगति के लिए जिलाधिकारी ने बैंक अधिकारियों को अपनी नाराजगी से भी अवगत कराया था और एसीपी व साख जमा अनुपात में सुधार लाने का निर्देश दिया था.