सद्गुरु के ज्ञान से ही मोक्ष की प्राप्ति

भागलपुर: सत्संग में हमलोग सद्गुरु महाराज के उपदेशों को याद करते हैं. उन्होंने आजीवन कष्ट सह कर हमें जो ज्ञानोपदेश दिया, उसी कल्याणकारी ज्ञान को हमलोग सत्संग में बार-बार सुनते और उसका स्मरण करते हैं. इसके बिना हमारा कल्याण नहीं हो सकता. सद्गुरु के ज्ञान के साथ चलें. गुरु भक्ति को प्राप्त कर मोक्ष को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2013 9:42 AM

भागलपुर: सत्संग में हमलोग सद्गुरु महाराज के उपदेशों को याद करते हैं. उन्होंने आजीवन कष्ट सह कर हमें जो ज्ञानोपदेश दिया, उसी कल्याणकारी ज्ञान को हमलोग सत्संग में बार-बार सुनते और उसका स्मरण करते हैं. इसके बिना हमारा कल्याण नहीं हो सकता. सद्गुरु के ज्ञान के साथ चलें. गुरु भक्ति को प्राप्त कर मोक्ष को प्राप्त कर सकते हैं. उक्त बातें आचार्यश्री हरिनंदन बाबा ने सोमवार को कुप्पाघाट महर्षि मेंहीं आश्रम में गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दौरान सत्संग कार्यक्रम में कही. उन्होंने अपने प्रवचन के दौरान कहा कि श्रद्धालुओं की सद्गुरु के प्रति श्रद्धा ही है कि यहां पर कम व्यवस्था में भी श्रद्धालु बिना परेशानी के खुश हैं.

आश्रम प्रवक्ता डा गुरु प्रसाद बाबा, आश्रम व्यवस्थापक स्वामी स्वरूपानंद बाबा, स्वामी सत्यप्रकाश बाबा, गुरु नंदन बाबा, कमलानंद बाबा, केदार बाबा, स्वामी प्रमोद बाबा, गुरुसेवी भगीरथ बाबा ने भी गुरु महिमा पर प्रवचन किये. इससे पहले सत्संग कार्यक्रम की शुरुआत प्रमोद बाबा ने स्तुति -प्रार्थना कर की. महासभा के उपाध्यक्ष विश्वम्भर पोद्दार, मुख्य अतिथि मेयर दीपक भुवानियां दीपू, विशिष्ट अतिथि वरीय अधिवक्ता अभयकांत झा, डिप्टी मेयर प्रीति शेखर, पूर्व महापौर डा वीणा यादव, सदानंद सागर, अशोक यादव आदि ने सद्गुरु महर्षि मेंहीं महाराज, महर्षि संतसेवी महाराज के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया. इस दौरान मेयर श्री भुवानियां ने कहा कि कुप्पाघाट महर्षि मेंहीं आश्रम भागलपुर की प्रतिष्ठा है.

यहां के लिए जो भी जरूरत होगी, हम हमेशा तैयार रहेंगे. डिप्टी मेयर प्रीति शेखर ने कहा कि लोग धर्म के साथ जुड़ कर अपने आप को समझ सकते हैं. वरीय अधिवक्ता अभयकांत झा ने आश्रम में हो रहे विवाद पर बिना कुछ कहे इशारे में कहा कि बिना अनुशासन के कोई संस्था तरक्की नहीं कर सकता है. चाहे वह संस्था हो, देश हो या कोई व्यक्ति ही क्यों नहीं. सत्संगियों में भी अनुशासन का होना जरूरी है. मंच का संचालन प्रो ओम प्रकाश मंडल ने किया. महोत्सव में कोलकाता से रमेश कटारका, श्याम जालान, रांची के चुरूवाला, गोड्डा के वेदानंद ठाकुर, नागपुर के सुशील जी समेत राजस्थान, धनबाद, अररिया, सुपौल, पूर्णिया, खगड़िया, मधेपुरा, बांका, मुंगेर आदि स्थानों के हजारों श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया.

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