नक्सलियों के रहमोकरम पर होगी रेल यात्रा

भागलपुर: नक्सलियों की कृपा से आपकी यात्रा मंगलमय हो. सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन अपराध नियंत्रण के लिए नक्सलियों से मदद की गुहार लगा रही रेल पुलिस क्षेत्र के रेलयात्रियों को इसी संदेश के साथ विदा कर रही है. जी हां! ट्रेनों में लगातार बढ़ते अपराध से परेशान रेल पुलिस ने नक्सलियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 11, 2015 9:42 AM
भागलपुर: नक्सलियों की कृपा से आपकी यात्रा मंगलमय हो. सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन अपराध नियंत्रण के लिए नक्सलियों से मदद की गुहार लगा रही रेल पुलिस क्षेत्र के रेलयात्रियों को इसी संदेश के साथ विदा कर रही है. जी हां! ट्रेनों में लगातार बढ़ते अपराध से परेशान रेल पुलिस ने नक्सलियों के शरण में चली गयी है.

यानी कि लोगों की रेल यात्रा अब नक्सलियों के रहमोकरम पर ही मंगलमय हो पायेगी. एसआरपी उमाशंकर प्रसाद ने सीधे तौर पर कह दिया है कि रेल पुलिस की लड़ाई नक्सली से नहीं है, बल्कि नक्सलियों की मांद में छिपे अपराधियों से है. साहेबगंज-किऊल रेलखंड व किऊल-झाझा-जसीडीह रेलखंड में अपराधी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि हाल में बढ़ी आपराधिक घटनाओं के बाद रेल पुलिस यात्रा के दौरान सुरक्षा का वातावरण तैयार करने में लगी है. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और उससे भी लंबी यात्रा करने वाले यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी हम पर है. इसके लिए रेल पुलिस प्रतिबद्ध है. उन्होंने बताया कि अपराधियों से निबटने के लिए वह झाझा में कैंप कर रहे हैं. साथ ही सिमुलतला में भी अभियान जारी है.

कहीं नक्सली हथियार ना लूट लें. नक्सलियों से मदद की उम्मीद कर रहे रेल पुलिस के कुछ जवानों को हथियारों का भी भय सता रहा है. खुली जुबान से भले ही न स्वीकार करें, लेकिन कभी लाठीधारी के रूप में कोरम पूरा करने वाले जवानों को नक्सली द्वारा हथियार लूटे जाने का भी डर लग रहा है. इस संबंध में एसआरपी का कहना है कि 8-10 की संख्या में हमारे जवान ट्रेनों में गश्ती कर रहे हैं. साथ ही आरपीएफ से भी सहयोग का अनुरोध किया गया है. सभी जवान हथियारों से लैस हो कर गश्ती कर रहे हैं और अपनी, यात्रियों की व हथियारों की सुरक्षा करने में सक्षम हैं.
सैप की ड्यूटी केवल सर्च अभियान में
सैप जवानों की ड्यूटी के संबंध में रेल एसपी उमाशंकर प्रसाद ने कहा कि सैप जवान केवल सर्च अभियान में लगे रहेंगे. स्टेशन परिसर व प्लेटफॉर्म पर उनकी ड्यूटी विशेष कर होगी. मालूम हो कि बीते दिनों सैप जवान की हत्या की घटना के बाद ट्रेनों में गश्ती करने से सैप जवानों ने इनकार कर दिया था. एसआरपी श्री प्रसाद ने कहा कि यात्राी सुरक्षा की जिम्मेदारी खास कर जीआरपी पर ही होती है और वह हमेशा से इसके लिए प्रतिबद्ध हैं.

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