भैना पुल में लगा बैरियर
प्रतिनिधि, कहलगांवभैना पुल पर शुक्रवार को करीब तीन बजे बैरियर लगा दिया गया. इसके साथ ही वाहनों का परिचालन डायवर्सन होकर शुरू हो गया. एनएच के पदाधिकारी ने गुरुवार को ही डायवर्सन बनवा रही कंपनी के कर्मियों को पुल पर बैरियर लगवाने का निर्देश दिया था. पुल के दोनों ओर लोहे का बैरियर लगा दिया […]
प्रतिनिधि, कहलगांवभैना पुल पर शुक्रवार को करीब तीन बजे बैरियर लगा दिया गया. इसके साथ ही वाहनों का परिचालन डायवर्सन होकर शुरू हो गया. एनएच के पदाधिकारी ने गुरुवार को ही डायवर्सन बनवा रही कंपनी के कर्मियों को पुल पर बैरियर लगवाने का निर्देश दिया था. पुल के दोनों ओर लोहे का बैरियर लगा दिया गया है. हालांकि छोटे चारपहिया वाहनों का परिचालन पुल होकर जारी रहेगा. पुल पर वन-वे परिचालन के लिए बनाये गये डिवाइडरों मे से ज्यादातर टूट कर बिखर गये हैं. इससे दुर्घटना की भी आशंका है.कहते हैं एसइ एनएच के अधीक्षण अभियंता प्रेमचंद राय ने बताया कि टेस्ट के लिए डायवर्सन होकर एक सप्ताह तक वाहनों का परिचालन कराया जायेगा. डायवर्सन की गुणवत्ता का पता एक से दो दिन में चल जायेगा. पुल भी डिवाइडर को भी नहीं हटाया जायेगा, बल्कि उसे फिर से सुव्यवस्थित कराया जायेगा. बारिश होने पर हो सकता है डायवर्सन पर खतरा डायवर्सन होकर भारी वाहनों के परिचालन से गड्ढे उभर जाते हैं. इस तरह के उभरे गड्ढों को भरने का काम कराया जा रहा है. वहीं डायवर्सन में लगी ह्यूम पाइप भी छोटी है. इस हालत में इससे वर्षा के पानी की निकासी भी ठीक से संभव नहीं है. झारखंड क्षेत्र से भी पानी इसी होकर गंगा में मिलता है. बेमौसम वर्षा होने की स्थिति में पानी का दबाव डायवर्सन पर पड़ेगा, जिससे इसके टूटने का खतरा है.