पुलिस के पास पहुंच रहे हैं बाइक चोरी के फर्जी मामले
भागलपुर : शहर में बाइक चोरी के फर्जी मामले पुलिस के पास पहुंच रहे हैं. तिलकामांझी और कोतवाली पुलिस के पास दो बाइक चोरी का मामला जांच में फर्जी मिला. दोनों ही मामले में पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया. बाद में पुलिस ने बाइक मालिक पर दबिश दी तो सच सामने आ गया. इंश्योरेंस […]
भागलपुर : शहर में बाइक चोरी के फर्जी मामले पुलिस के पास पहुंच रहे हैं. तिलकामांझी और कोतवाली पुलिस के पास दो बाइक चोरी का मामला जांच में फर्जी मिला. दोनों ही मामले में पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया. बाद में पुलिस ने बाइक मालिक पर दबिश दी तो सच सामने आ गया.
इंश्योरेंस का लाभ लेने के लिए बाइक मालिक चोरी का फर्जी मुकदमा करने की फिराक में थे. लेकिन घटनास्थल के पास सीसीटीवी कैमरा लगा रहने के कारण बाइक मालिकों का फर्जीवाड़ा पकड़ा गया. दोनों फर्जी मामले के पकड़ में आने के बाद अब पुलिस बाइक चोरी की घटना का एफआइआर काफी जांच-पड़ताल के बाद कर रही है. घटनास्थल पर जब पुलिस पूरी तरह से आश्वस्त हो जाती है, तब बाइक चोरी की प्राथमिकी दर्ज हो रही है.
केस-1
तिलकामांझी पुलिस के पास एक युवक पहुंचा और कहा कि डॉ हेम शंकर शर्मा के क्लिनिक के बाहर से उसकी बाइक चोरी हो गयी है. मामले की जांच में पुलिस मौके पर पहुंची. युवक ने घटनास्थल दिखाया और कहा कि यहीं उसने बाइक लगायी थी. संयोग से घटनास्थल सीसीटीवी कैमरे के दायरे में था. पुलिस ने तुरंत सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखा, लेकिन वहां कोई बाइक लगी ही नहीं थी.
फर्जी बाइक चोरी की पोल जब खुलती नजर आयी तो युवक ने कहा कि उसकी बाइक हटिया रोड से चोरी हो गयी है. दो तरह की बात आने से पुलिस को मामला समझते देर नहीं लगी. बाद में पता चला कि युवक की बाइक काफी पहले अन्यत्र कहीं चोरी हुई थी. इंश्योरेंस का लाभ पाने के लिए वह तिलकामांझी में फर्जी केस करना चाह रहा था.
केस-2
कोतवाली पुलिस के पास एक व्यक्ति पहुंचा और उसने कहा कि उसकी बाइक गिरधारी साह हटिया से चोरी हो गयी है. घटना की जानकारी मिलते ही कोतवाली पुलिस मामले की जांच में मौके पर पहुंची. लेकिन वहां मौजूद किसी दुकानदार ने गाड़ी चोरी की बात नहीं बतायी.
संयोग से वहां भी एक प्रतिष्ठान में सीसीटीवी कैमरा लगा था. उसकी जब जांच की गयी तो बाइक चोरी का मामला फर्जी पाया गया. बाद में उस व्यक्ति ने बताया कि इंश्योरेंस का लाभ पाने के लिए वह केस करना चाह रहा था. उसकी बाइक पहले ही चोरी हो गयी थी.
सर्वाधिक चोरियां तीन थाना क्षेत्रों में
शहर में सर्वाधिक बाइक चोरियां तिलकामांझी, आदमपुर और कोतवाली थाना क्षेत्र से हो रही है. आदमपुर थाना क्षेत्र में एक घंटे के दौरान पांच बाइक की चोरी का मामला खूब चर्चित रहा. बड़ी बात यह है कि बाइक चोरी की एक भी वारदात में पुलिस गैंग का पता नहीं लगा पाती है. सारी घटनाएं सत्य व सूत्रहीन साबित हो रही है और पुलिस आरोप-पत्र समर्पित कर रही है. आरोप-पत्र समर्पित होने के बाद ही किसी भी बाइक मालिक को इंश्योरेंस का लाभ मिलता है. सर्वाधिक बाइक चोरी इन थानों से होने के कारण चोर के साथ-साथ जालसाज बाइक मालिक भी फायदा उठाने चाहते हैं और फर्जी केस कर इंश्योरेंस कंपनी को चूना लगाते हैं.
तिलकामांझी और कोतवाली पुलिस ने पकड़ा दो फर्जी मामला
इंश्योरेंस का लाभ लेने के लिए बाइक मालिक का नया खेल
दोनों फर्जी मामले में पुलिस ने नहीं किया केस