11वीं के छात्रों को निराश करेगा विज्ञान शिक्षकों की कमी
प्रभात पड़ताल-2……………………..-केमिस्ट्री, फिजिक्स व गणित शिक्षकों की कमी है अधिकतर सरकारी प्लस टू स्कूल मेंफोटो : विज्ञान से संबंधितवरीय संवाददाता भागलपुरजिले के सरकारी प्लस टू स्कूल में 11वीं के उन छात्रों को नामांकन के समय निराशा हाथ लगेगी, जो विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर बनाने की सोच रहे हैं. वजह, अधिकतर प्लस टू स्कूल विज्ञान […]
प्रभात पड़ताल-2……………………..-केमिस्ट्री, फिजिक्स व गणित शिक्षकों की कमी है अधिकतर सरकारी प्लस टू स्कूल मेंफोटो : विज्ञान से संबंधितवरीय संवाददाता भागलपुरजिले के सरकारी प्लस टू स्कूल में 11वीं के उन छात्रों को नामांकन के समय निराशा हाथ लगेगी, जो विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर बनाने की सोच रहे हैं. वजह, अधिकतर प्लस टू स्कूल विज्ञान शिक्षकों की कमी झेल रहे हैं. अधिकतर स्कूलों में केमिस्ट्री, फिजिक्स व गणित विषय के शिक्षक नहीं हैं. कुछ स्कूलों में बॉटनी व जूलॉजी विषय के भी शिक्षक नहीं हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिभा विकसित करने के मामले में प्लस टू स्कूल कितना समृद्ध है. कला संकाय में भी स्थिति बेहतर नहींप्लस टू स्कूलों में कला संकाय के कई वैसे विषयों के शिक्षक नहीं हैं, जिसे पढ़ने के लिए छात्रों का अधिक आकर्षण देखा जाता रहा है. मनोविज्ञान, समाजशास्त्र और अंगरेजी विषय के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए कई स्कूल इंतजार कर रहा है.विज्ञान प्रदर्शनी में भी नहीं जुटती भीड़विज्ञान के प्रति छात्रों के आकर्षण बढ़ाने के लिए अधिकारियों का दिशा-निर्देश आता रहता है. समय-समय पर विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान गोष्ठी, विज्ञान पर आधारित नाटक, महान वैज्ञानिकों की जयंती व पुण्यतिथि, विज्ञान मेला आदि का आयोजन शिक्षा विभाग की ओर से किया जाता है. किसी भी विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन में सभी स्कूलों के प्रतिभागियों का जुटना तो दूर, अधिकतर स्कूलों के प्रतिभागियों की इसके प्रति निराशा ही दिखती है……………………………..50 प्लस टू स्कूलों की स्थितिविषयशिक्षकों की जरूरतकेमिस्ट्री84गणित38बॉटनी08जूलॉजी05फिजिक्स86साइकोलॉजी23सोशलॉजी35इंगलिश 43संजीव