फेलोशिप की राशि सीधे आपके खाते में

भागलपुर : भागलपुर समेत देश भर के शिक्षण-संस्थानों में पढ़ने-पढ़ाने वाले स्कॉलर व रिसर्च फेलो को स्कॉलरशिप या फेलोशिप के लिए भटकना नहीं होगा. स्कॉलरशिप या फेलोशिप की राशि सीधे उनके खाते में मिलेगी. इसके लिए यूजीसी ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम (डीबीटीएस) शुरू करने की योजना बनायी है. दरअसल उच्च शिक्षा में राष्ट्र का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2015 10:43 AM
भागलपुर : भागलपुर समेत देश भर के शिक्षण-संस्थानों में पढ़ने-पढ़ाने वाले स्कॉलर व रिसर्च फेलो को स्कॉलरशिप या फेलोशिप के लिए भटकना नहीं होगा. स्कॉलरशिप या फेलोशिप की राशि सीधे उनके खाते में मिलेगी.
इसके लिए यूजीसी ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर स्कीम (डीबीटीएस) शुरू करने की योजना बनायी है. दरअसल उच्च शिक्षा में राष्ट्र का स्तर ऊंचा करने के लिए यूजीसी आर्थिक रूप से कमजोर, मेधावी छात्र-छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप कई स्कॉलरशिप देता है.
उसी तरह शोध को बढ़ावा देने के लिए भी शोधार्थियों व शिक्षाविदों को फेलोशिप प्रदान करता है. लेकिन प्रक्रिया जटिल होने के कारण लोग योग्य होते हुए भी लाभ नहीं ले पाते. ऐसे में यूजीसी की इस पहल से लाभार्थियों के बैंक खाते में सीधे स्कॉलरशिप की राशि भेजी जायेगी. इन स्कॉलरशिप के लिए अभ्यर्थी को ऑनलाइन आवेदन करना होता है. विश्वविद्यालय या कॉलेज संस्थान प्रशासन को विद्यार्थी के विवरण की सत्यता की ऑनलाइन पुष्टि करनी होगी. पुष्टि होते ही सभी विद्यार्थियों के बैंक खाते में विभाग से सीधे स्कॉलरशिप की राशि ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी जायेगी.
पहले लगाना पड़ता था चक्कर
अब तक की व्यवस्था में आवेदन के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता था. कॉलेज से सत्यापित कराते-कराते फॉर्म भेजने में देरी हो जाती थी. स्कॉलरशिप की राशि लेने के लिए भी विद्यार्थियों को कॉलेज या विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पड़ता था. कभी स्कॉलरशिप का चेक मिलने में लंबा समय लगता था. लेकिन नयी व्यवस्था से डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन (ट्रांसपोर्टेशन) का समय बचेगा.
पीएफएमएस से जुड़ेंगे विश्वविद्यालय
इस योजना में पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम(पीएफएमएस) का महत्वपूर्ण योगदान होगा. सभी विश्वविद्यालय को इस सिस्टम से जोड़ा जायेगा. इसके तहत सभी विश्वविद्यालयों व कॉलेजों को स्कॉलरशिप के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था करनी होगी. साथ ही सभी संस्थानों को विद्यार्थियों के आवेदन की सत्यता की पुष्टि भी ऑनलाइन ही करनी होगी.
इस संबंध में यूजीसी के सचिव प्रो जेएस संधू ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति को पत्र जारी कर निर्देश दिया है. सभी विश्वविद्यालयों को अपनी वेबसाइट पर संबंधित लिंक को दरसाना होगा, ताकि एक झलक में स्टूडेंट्स को सुविधा दिख जाये.

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