पीरपैंती का सपूत जम्मू सीमा पर शहीद

पीरपैंती : प्रखंड के दुबौली गांव के देवेंद्र दूबे के छोटे पुत्र 51 मिडियम रेजीमेंट में लांस नायक अखिलेश उर्फ जंटू दूबे गुरुवार की शाम गढ़ी उधमपुर (जम्मू) सीमा पर दुश्मनों की गोली से शहीद हो गये. फौज के अधिकारियों ने शहीद अखिलेश दूबे के घर पर फोन कर उनके चाचा सुरेंद्र दूबे को इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2015 10:47 AM
पीरपैंती : प्रखंड के दुबौली गांव के देवेंद्र दूबे के छोटे पुत्र 51 मिडियम रेजीमेंट में लांस नायक अखिलेश उर्फ जंटू दूबे गुरुवार की शाम गढ़ी उधमपुर (जम्मू) सीमा पर दुश्मनों की गोली से शहीद हो गये.
फौज के अधिकारियों ने शहीद अखिलेश दूबे के घर पर फोन कर उनके चाचा सुरेंद्र दूबे को इस बारे में जानकारी दी. शहीद के दो बड़े भाई ब्रजेश दूबे व मिथिलेश दूबे उर्फ संटू क्रमश: पंजाब व राजस्थान में फौज में ही कार्यरत हैं. घटना की सूचना मिथिलेश को मिलने पर वह शहीद भाई के कार्यस्थल गढ़ी उधमपुर के लिए रवाना हो गये.
नहीं थम रहे थे परिजनों के आंसू : घटना की सूचना पाकर पूरे गांव में मातम पसर गया. शहीद की पत्नी संध्या उर्फ मुन्नी अपने पुत्र कोहिनूर दूबे (5) और पुत्री आकांक्षा के साथ साहिबगंज में रहती है.
वे रात में ही गांव आ गयीं थी. पिता देवेंद्र दूबे और मां गेंदा देवी की आंखों से आंसू नहीं थम रहे थे. ग्रामीण राजन दूबे, सहपाठी राजेश दूबे, चाचा प्रमोद दूबे, पवन पांडे आदि ने बताया कि अखिलेश बचपन से ही बहुत निर्भीक व निडर थे. उन्हें क्रिकेट खेलने का भी बहुत शौक था.
1999 में उन्होंने गांव के आरडीपी उच्च विद्यालय से अच्छे अंकों से मैट्रिक पास किया था. देवघर में 2001 में पहले प्रयास में ही अपने मंझले भाई से पहले ही वह फौज में भरती हो गये थे.
दो घंटा पहले की थी पत्नी-बच्चों से बात : 12 दिसंबर 2014 को उन्होंने गांव में अपने एकलौते पुत्र के मुंडन संस्कार में आसपास के गांवों के लोगों के अलावा ग्रामीणों को सहभोज दिया था. 22 दिसंबर को ड्यूटी पर गये थे. घटना के दो घंटे पहले उन्होंने अपनी पत्नी संध्या व पुत्र-पुत्री से मोबाइल पर बात भी की थी. शहीद की पत्नी गुरुवार को पति से हुई बातों का जिक्र करते-करते बेहोश हो जाती है.
जबकि छोटे-छोटे पुत्र-पुत्री आश्चर्यचकित हैं कि घर में सभी चुप क्यों हैं. घर के सूत्रों के अनुसार शनिवार को शहीद का शव पीरपैंती आने की संभावना है. इस घटना की जानकारी पाकर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने पंचायत समिति की बैठक में ही घटना पर शोक प्रकट करते हुए शहीद की अंत्येष्टि में सभी अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों को शामिल होने का अनुरोध किया.
– 51 मिडियम रेजीमेंट में लांस नायक थे अखिलेश
– दुबौली के थे रहनेवाले

Next Article

Exit mobile version