देते रहिए निर्देश, हम नहीं सीखेंगे टैबलेट चलाना

भागलपुर: मध्याह्न् भोजन की गुणवत्ता जांच करने के लिए जिले के सभी प्रखंडों के बीआरपी को एमडीएम विभाग की ओर से टैबलेट दिया गया था. लेकिन कुछ प्रखंडों में ही इसका पालन किया जा रहा है. जिले के आधे से अधिक प्रखंडों के बीआरपी एमडीएम विभाग के मेल पर मध्याह्न् भोजन का स्थलीय निरीक्षण कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2015 11:26 AM
भागलपुर: मध्याह्न् भोजन की गुणवत्ता जांच करने के लिए जिले के सभी प्रखंडों के बीआरपी को एमडीएम विभाग की ओर से टैबलेट दिया गया था. लेकिन कुछ प्रखंडों में ही इसका पालन किया जा रहा है. जिले के आधे से अधिक प्रखंडों के बीआरपी एमडीएम विभाग के मेल पर मध्याह्न् भोजन का स्थलीय निरीक्षण कर रिपोर्ट नहीं भेजते हैं. विभाग भी इस बात से अनभिज्ञ है कि विद्यालयों में बननेवाले मध्याह्न् भोजन की धरातल स्थिति क्या है.
बीआरपी को संबंधित प्रखंड में प्रत्येक दिन चार से पांच विद्यालयों का निरीक्षण कर मध्याह्न् भोजन की स्थलीय जांच कर ऑनलाइन एमडीएम विभाग को फोटो सहित रिपोर्ट भेजने की जिम्मेवारी है. मिली जानकारी के अनुसारकुछ बीआरपी अब तक टैबलेट चलना तक नहीं सीख पाये हैं
टैबलेट देने का उद्देश्य
मध्याह्न् भोजन कार्यालय ने बीआरपी को टैबलेट इसलिए उपलब्ध कराया था कि वे स्कूलों में मध्याह्न् भोजन का निरीक्षण करने के दौरान उसकी फोटो लें और उसे ई-मेल के जरिये विभाग को भेज दें. इस व्यवस्था का मकसद यह भी था कि बीआरपी निरीक्षण करते हैं या नहीं, इसका प्रमाण मिल सके. पूर्व में यह शिकायत मिलती रही है कि स्कूलों में चलनेवाली मध्याह्न् भोजन योजना का बीआरपी द्वारा निरीक्षण किया नहीं जाता था. सिर्फ साप्ताहिक रिपोर्ट विभाग को भेज दी जाती थी. इसे रोकने के लिए वर्ष 2014 के अक्तूबर में टैबलेट दिया गया था. जिले के 16 बीआरपी को टैबलेट दिया गया था.
विभाग को मिली अधूरी रिपोर्ट
सूत्र बताते हैं कि बिहपुर, खरीक, नवगछिया, इस्माइलपुर सहित दो अन्य प्रखंडों से ऑनलाइन रिपोर्ट आ चुकी है. इसमें प्रखंड के सभी विद्यालयों में बन रहे मध्याह्न् भोजन का स्थलीय निरीक्षण किया गया है. जबकि गोपालपुर, गोराडीह, सबौर, नाथनगर, कहलगांव, पीरपैंती, जगदीशुपर, सन्हौला, सुल्तानगंज आदि प्रखंडों से अधूरी रिपोर्ट ही विभाग को भेजी गयी है.
बदल गया सिम
मध्याह्न् भोजन कार्यालय द्वारा बीआरपी को टैबलेट चलाने के लिए पहले बीएसएनएल सिम दिया गया था. इंटरनेट नहीं चलने की बात कह कर बीआरपी मध्याह्न् भोजन में स्थलीय रिपोर्ट भेजने में परेशानी होने की बात कहते थे. उनका कहना था कि प्रखंडों में बीएसएनएल का इंटरनेट काम नहीं करता है. इस बाबत विभाग ने वोडाफोन का सिम उपलब्ध कराया. द इसके बीआरपी विभाग को रिपोर्ट भेजने में उदासीनता बरत रहे हैं.
आधा से ज्यादा प्रखंडों से विभाग को मध्याह्न् भोजन की स्थलीय रिपोर्ट ऑनलाइन नहीं भेजी गयी है. उन प्रखंडों के बीआरपी से रिपोर्ट मांगी गयी है.
ब्रज भूषण सिंह, डीपीओ, मध्याह्न् भोजन

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