जंगलेश्वर टीले के विकास की उम्मीद जगी

प्रतिनिधि, कहलगांवविक्रमशिला से सटे जंगलेश्वर टीला को विकसित करने की योजना भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग (एएसआइ) ने बना ली है. एएसआइ पटना सर्किल ने बिहार की छह जगहों को संरक्षण स्थल की सूची में शामिल करने के लिए दिल्ली मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है. अधीक्षण पुरातत्व (पटना सर्किल) एके नायक के अनुसार वैशाली जिला स्थित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2015 8:02 PM

प्रतिनिधि, कहलगांवविक्रमशिला से सटे जंगलेश्वर टीला को विकसित करने की योजना भारतीय पुरातत्व संरक्षण विभाग (एएसआइ) ने बना ली है. एएसआइ पटना सर्किल ने बिहार की छह जगहों को संरक्षण स्थल की सूची में शामिल करने के लिए दिल्ली मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है. अधीक्षण पुरातत्व (पटना सर्किल) एके नायक के अनुसार वैशाली जिला स्थित अभिषेक पुष्करणी व मीरांजी दरगाह, मुज्जफ्फरपुर की कीर्ति सरोबर, कैमूर का अशोक रॉक, अरवल के लारीगाह टीला के साथ विक्रमशिला से सटे ऊंचे टीले इस प्रस्ताव में शामिल हैं. विक्रमशिला से सटे इस ऊंचे टीले को स्थानीय लोग जंगलेश्वर टीले के रूप में जानते हैं. सूत्रों के अनुसार पटना अंचल द्वारा भेजे गये प्रस्ताव पर सकारात्मक आश्वासन मिलने की उम्मीद है. क्या होगा फायदा विभागीय सूत्रों के अनुसार संरक्षण स्थल की सूची में शामिल होने पर जंगलेश्वर टीले का समूचित संरक्षण होगा. इसके रखरखाव व विकास पर विभाग द्वारा विशेष ध्यान दिया जायेगा. जरूरत के मुताबिक इसका उत्खनन भी कराया जा सकता है. यहां पेयजल, प्रसाधन कक्ष व अन्य सुविधाओं का विस्तार होगा.

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