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30 मछली पालकों ने मछली पालन का कौशल प्रशिक्षण लिया

भागलपुर के 30 मछली पालकों ने केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान, कोलकाता में आयोजित सात दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम में भाग लिया.

By Prabhat Khabar News Desk | November 25, 2024 11:33 PM

भागलपुर के 30 मछली पालकों ने केंद्रीय मत्स्य शिक्षा संस्थान, कोलकाता में आयोजित सात दिवसीय कौशल विकास कार्यक्रम में भाग लिया.कार्यक्रम 19 से 25 नवंबर 2024 तक कोलकाता में आयोजित किया गया था. कार्यक्रम के समापन पर प्रमाणपत्र वितरण समारोह में अमित कुमार ने संस्थान के सभी प्रोफेसरों का धन्यवाद किया और भागलपुर जिले के मछली पालकों की ओर से बिहार सरकार की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए केंद्रीय मत्स्य विभाग के मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा संस्थान के सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण से न केवल मछली पालन के कौशल में सुधार के साथ आर्थिक रूप से किसानों को संपन्न बनाने में सहायक है. उन्होंने बिहार सरकार प्रयासों की सराहना की और उम्मीद जतायी कि भविष्य में और अधिक ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. प्रशिक्षण में भागलपुर मत्स्य विभाग की ओर से चयनित 30 मछली पालक किसानों को कोलकाता भेजा गया था. सभी मछली पालकों ने सर्टिफिकेट प्राप्त किया. संस्थान की ओर सभी मत्स्यपालकों को फ्री में पानी का पीएच मापने का किट दिया गया. प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर डॉ दिलीप कुमार सिंह ने प्रशिक्षण में अपना पूर्ण सहयोग दिया .भागलपुर से एफइओ अमित सोरेन मछली पालकों के साथ कोलकाता गये थे. कार्यक्रम के समापन के बाद सभी किसान बस से वापस भागलपुर लौट आये. प्रमुख मोती यादव पर जलकर से बांस, जाल व खूंटा ले जाने का आरोप लगाया नवगछिया रंगरा थाना मदरौनी के मुक्ति सिंह ने निजी जलकर से बांस, जाल, खूटा को प्रमुख मोती यादव, उसके भाई सुमित यादव, मनोज सहनी पर ले जाने का आरोप लगाया है. मुक्तिनाथ सिंह ने नवगछिया एसपी पूरण कुमार झा को आवेदन दिया है. बताया कि तीनों आरोपित कुमादपुर स्थित मेरे जलकर पर आए. जल कर से जाल जंघा, बांस उखाड़ कर लेकर चले गये. जाते-जाते धमकी देते हुए कहा कि मछली का शिकार जबरन करूंगा. तुमकों जो करना है करो. मुझे इस पोखर में शिकार करने से कोई रोक नहीं सकता. अगर रोकने की काेशिश की, तो जान से मार दूंगा. कुमादपुर पोखर में दो बार घटना घट चुकी है. हम सभी गरीब मछुआरा है. मेरा जन्मजात पेशा यही है. गरीब मुछुआ भयभीत है. किसी भी समय खून खराबा और अप्रिय घटना वह लोग कर सकते हैं.वह पूर्व में भी घटना को अंजाम दे चुके हैं. कुमादपुर पोखर में शिकार करते समय मुझे सुरक्षा दी जाए. भय हैं कि मुझे व मेरे परिवार के साथ कोई अप्रिय घटना न घटित हो.

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