गये थे हाइकोर्ट, लोदीपुर पुलिस ने कर दिया केस

मामला सूर्य महल में इंस्पेक्टर को बंधक बनाने का इंस्पेक्टर ने नौ ग्रामीणों समेत 200 को बनाया आरोपित भागलपुर : 28 जनवरी को सूर्य महल तालाब के पास लोदीपुर इंस्पेक्टर चंद्रशेखर प्रसाद को बंधक बनाने, पुलिस पर पथराव और हंगामे के आरोप में नौ नामजद और दो सौ अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस ने केस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 2, 2015 6:01 AM
मामला सूर्य महल में इंस्पेक्टर को बंधक बनाने का
इंस्पेक्टर ने नौ ग्रामीणों समेत 200 को बनाया आरोपित
भागलपुर : 28 जनवरी को सूर्य महल तालाब के पास लोदीपुर इंस्पेक्टर चंद्रशेखर प्रसाद को बंधक बनाने, पुलिस पर पथराव और हंगामे के आरोप में नौ नामजद और दो सौ अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ पुलिस ने केस दर्ज किया है. नामजद आरोपितों में छोपलाल यादव, रूदल यादव, बिंदेश्वरी यादव, मिंटू यादव, नंदलाल यादव, निर्भय यादव, शिव यादव, लक्ष्मण मंडल, अरुण मंडल शामिल हैं. नौ में तीन आरोपित बिंदेश्वरी, छोपलाल और अरुण रविवार को डीएसपी राकेश कुमार से मिलने कोतवाली पहुंचे. तीनों का कहना है कि 28 जनवरी को वे तीनों पटना गये थे.
हाइकोर्ट में उस दिन तारीख थी. फिर भी पुलिस ने तीनों को झूठे मुकदमे में फंसा दिया. तीनों आरोपितों ने कहा है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए. आखिर पुलिस जानबूझ कर उनलोगों को झूठे मुकदमे में क्यों फंसा रही है.
क्या है पूरा मामला
इस मामले में लोदीपुर इंस्पेक्टर ने अपने बयान पर थाने में केस दर्ज किया है. इंस्पेक्टर का कहना है कि सरस्वती की प्रतिमा के विसजर्न के बाद किसी ने सौहार्द बिगाड़ने के लिए एक प्रतिमा को पोखर में लाकर रख दिया गया था. दूसरे दिन रात्रि गश्ती के दौरान जब इंस्पेक्टर सूर्यमहल तालाब गये, तो वहां ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया और पुलिस पर पथराव कर दिया. इसमें थाने की जीप क्षतिग्रस्त हो गयी.
होमगार्ड जवान अरुण कुमार के साथ ग्रामीण मारपीट करने लगे. ग्रिड में जाकर पुलिस ने अपनी जान बचायी. इसके बाद अन्य थानों से मौके पर पुलिस पहुंची. तब जाकर मामला शांत हुआ. आरोपितों पर अशांति फैलाने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने और गंभीर दंगे का आरोप पुलिस ने लगाया है.

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