प्रो क्वार्टर में पूर्व थानाध्यक्ष

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर स्थित विश्वविद्यालय थाना के पूर्व अध्यक्ष शमशेर अली खान लालबाग स्थित प्रोफेसर क्वार्टर में रहते हैं. वहीं वर्तमान थानाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्र पुलिस जवानों के बैरक में रहने को मजबूर हैं. यह स्थिति तब है, जबकि पूर्व थानाध्यक्ष श्री खान का विश्वविद्यालय थाना से तकरीबन छह माह पूर्व तबादला हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 1, 2013 10:04 AM

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर स्थित विश्वविद्यालय थाना के पूर्व अध्यक्ष शमशेर अली खान लालबाग स्थित प्रोफेसर क्वार्टर में रहते हैं. वहीं वर्तमान थानाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्र पुलिस जवानों के बैरक में रहने को मजबूर हैं. यह स्थिति तब है, जबकि पूर्व थानाध्यक्ष श्री खान का विश्वविद्यालय थाना से तकरीबन छह माह पूर्व तबादला हो चुका है. बुधवार को थाने का पहली बार निरीक्षण करने गये वरीय पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार को जब उक्त जानकारी मिली, तो हैरान हो गये.

उन्होंने पहले तो आश्चर्य व्यक्त किया, लेकिन बाद में थानाध्यक्ष श्री मिश्र को भरोसा दिलाया कि वे विश्वविद्यालय प्रशासन से पूर्व थानाध्यक्ष को जिस नियम के तहत क्वार्टर दिया गया है, उसी नियम के तहत नये थानाध्यक्ष को क्वार्टर देने को लेकर बात करेंगे. एसएसपी ने यह भी भरोसा दिलाया कि वे थानाध्यक्ष श्री खान को क्वार्टर खाली कर अपने संबंधित थाना में रहने का निर्देश देंगे. एसएसपी ने विभिन्न कांडों से संबंधित फाइलें खंगाली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.

ज्ञात हो कि पूर्व थानाध्यक्ष श्री खान को पूर्व कुलपति ने लालबाग के प्रोफेसर कॉलोनी में एक क्वार्टर रहने को दिया था, जो पीजी गल्र्स हॉस्टल के समीप स्थित है. विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि लालबाग में असामाजिक तत्वों की गतिविधि से निजात पाने के लिए कुलपति ने थानाध्यक्ष को ही क्वार्टर दे दिया था. श्री खान को क्वार्टर मुहैया किये जाने के बाद आइसा कार्यकर्ताओं ने इस बात का विरोध करना शुरू कर दिया था कि जब वह शिक्षकों का क्वार्टर है, तो थानाध्यक्ष को रहने की इजाजत किस आधार पर दी गयी. आइसा के दर्जनों आंदोलन के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने थानाध्यक्ष श्री खान को क्वार्टर खाली करने को नहीं कहा. बताया जाता है कि इसमें विश्वविद्यालय प्रशासन का सुरक्षा को लेकर स्वार्थ है. हालांकि श्री खान के तबादले के बाद लालबाग में उनके रहने पर सुरक्षा की गारंटी मिलेगी, यह जरूरी नहीं.

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