बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में अविलंब राहत मुहैया कराएं
भागलपुर: जिला के विभिन्न प्रखंडों में बाढ़ में फंसे लोगों को अविलंब राहत सामग्री मुहैया कराने व उन्हें पर्याप्त संख्या में नाव उपलब्ध कराने का निर्देश बुधवार को डीआरडीए सभागार में समीक्षा बैठक में जिला के प्रभारी सचिव सह कृषि विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने अधिकारियों को दिया. खरीक प्रखंड के राघोपुर […]
भागलपुर: जिला के विभिन्न प्रखंडों में बाढ़ में फंसे लोगों को अविलंब राहत सामग्री मुहैया कराने व उन्हें पर्याप्त संख्या में नाव उपलब्ध कराने का निर्देश बुधवार को डीआरडीए सभागार में समीक्षा बैठक में जिला के प्रभारी सचिव सह कृषि विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने अधिकारियों को दिया.
खरीक प्रखंड के राघोपुर व इस्माइलपुर प्रखंड में आयी बाढ़ के बारे में जिलाधिकारी प्रेम सिंह मीणा ने सचिव को बताया कि राघोपुर में एक नाव व इस्माइलपुर में तीन नाव दिया गया है. इसके अलावा 12 नाव इन प्रखंडों में दिये जा रहे हैं. सचिव ने कहा कि इस वर्ष कराये गये विभिन्न कटाव निरोधी कार्यो से संबंधित प्रगति का प्रतिवेदन दें. दोनों प्रखंडों में सर्वे कराएं और राहत सामग्री वितरण कराएं. सिविल सजर्न डॉ यूएस चौधरी ने कहा कि इस्माइलपुर में 30 जुलाई से मोबाइल मेडिकल दल को प्रतिनियुक्त किया गया है.
सचिव ने इस्माइलपुर बांध पर अस्थायी चिकित्सा शिविर लगाने एवं महत्वपूर्ण दूरभाष संख्या की सूची बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में उपलब्ध कराने को कहा. पारा मेडिकल स्टाफ व पर्याप्त चिकित्सक को प्रतिनियुक्त करने का भी निर्देश दिया. सरकारी नाव भेजने की प्रक्रिया को तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता को आवश्यकतानुसार दोनों स्थलों पर अतिरिक्त हैंडपंप लगाने को कहा गया. आपदा प्रबंधन मानक के अनुरूप दोनों स्थलों पर विभिन्न विभागों द्वारा देय सुविधा उपलब्ध कराने को कहा.
संभावित सुखाड़ की समीक्षा के क्रम में बताया कि जिला में अब तक 17.85 प्रतिशत रोपनी की गयी है. 20 अगस्त तक वर्षा होगी, तभी रोपनी कार्य हो पायेगा. सचिव ने बिचड़ा व फसल को बचाने के लिए डीजल अनुदान का वितरण एवं सरकार द्वारा क्रियान्वित सिंचाई योजनाओं की संपूर्ण सृजित क्षमता का उपयोग हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कृषि विभाग, लघु सिंचाई विभाग व विद्युत विभाग के पदाधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर धान का बिचड़ा व फसल बचाने की दिशा में कार्य करने को कहा. सुखाड़ की स्थिति में आकस्मिक फसल योजना का क्रियान्वयन करें. कृषि विभाग की समीक्षा में श्री विधि पर विशेष बल देने को कहा गया. श्री विधि के लाभुकों की सूची जिला कृषि कार्यालय व जिलाधिकारी कार्यालय में उपलब्ध कराएं. साथ ही वेबसाइट पर अप लोड कराने का निर्देश दिया. गैर प्रत्यक्षण क्षेत्र में लक्ष्य की प्राप्ति पर विशेष ध्यान देने को कहा. वर्मी कंपोस्ट योजना के लिए निर्धारित लक्ष्य शत-प्रतिशत अगस्त तक पूरा करें. पीरपैंती व कहलगांव के सीड मल्टीप्लीकेशन फॉर्म के खराब प्रदर्शन के लिए संबंधित सीओ के विरुद्ध जांच कर कार्रवाई का प्रस्ताव कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक जगदेव राम को दिया. भागलपुर में मिट्टी जांच प्रयोगशाला को शीघ्र क्रियान्वित किया जायेगा. ई-किसान भवन के कार्य को 15 अगस्त तक पूरा करने को कहा. जिला कृषि पदाधिकारी को प्रत्येक सप्ताह किसान दरबार लगाने का निर्देश दिया.
असंतोषप्रद उपलब्धि वाले किसान सलाहकार को अन्यत्र स्थानांतरित करने का निर्देश दिया. बैठक में अनुपस्थित बिहपुर के प्रखंड कृषि पदाधिकारी से स्पष्टीकरण पूछने व वेतन रोकने का निर्देश दिया. शाहकुंड के प्रोजेनी नर्सरी को सुचारु रूप से चलाने का निर्देश जिला उद्यान पदाधिकारी को दिया, साथ ही यह भी कहा गया कि ऐसा नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. लोक सेवा अधिकार के तहत निरीक्षण को कारगर एवं प्रभावशाली करने एवं अपीलीय प्राधिकार के माध्यम से अधिक से अधिक मामलों में दंडात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया. राज्य खाद्य निगम के पैक्सों के बकाया राशि का अविलंब भुगतान करने को कहा. आंगनबाड़ी केंद्रों की गुणवत्ता पूर्वक जांच सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिका के माध्यम से कराने को कहा. मुख्यमंत्री कन्या सुरक्षा योजना के तहत अधिक से अधिक आवेदन प्राप्त कर लक्ष्य की प्राप्ति का निर्देश दिया. स्वास्थ्य में जिला की वर्तमान 27वीं रैंकिंग में सुधार लाने के लिए सीएस को कार्रवाई का निर्देश दिया. संस्थागत प्रसव बढ़ाने व नवगछिया, कहलगांव व सुलतानगंज में सी-सेक्शन सुविधा उपलब्ध कराने को कहा. बैठक में डीएम प्रेम सिंह मीणा, डीडीसी राजीव सिंह रंजन, अपर समाहर्ता, सीएस, डीएसओ, डीइओ, भागलपुर-बांका के जिला कल्याण पदाधिकारी, डीपीओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे.