सड़कों पर सजता है मयखाना

शाम ढलते ही घर में बंद हो जाते हैं सभ्य लोग, नहीं निकलती हैं महिलाएं भागलपुर : शाम होते ही सिल्क सिटी की फिजा बदल जाती है. सड़कों पर मयखाना सजने लगता है और लोग सरेआम जाम टकराते हैं. इस कारण सड़क पर महिला, लड़कियों का निकलना मुश्किल हो जाता है. तिलकामांझी चौक, कचहरी चौक, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 7, 2015 10:47 AM
शाम ढलते ही घर में बंद हो जाते हैं सभ्य लोग, नहीं निकलती हैं महिलाएं
भागलपुर : शाम होते ही सिल्क सिटी की फिजा बदल जाती है. सड़कों पर मयखाना सजने लगता है और लोग सरेआम जाम टकराते हैं. इस कारण सड़क पर महिला, लड़कियों का निकलना मुश्किल हो जाता है. तिलकामांझी चौक, कचहरी चौक, स्टेशन चौक, आदमपुर चौक, दीपनगर चौक, नया बाजार चौक, कोतवाली चौक जैसे इलाके में सर्वाधिक मायखाना सजता है. कचहरी चौक के पास फास्ट फूड की दुकानों की आड़ में पियक्कड़ी होती है.
उसी तरह तिलकामांझी चौक के पास शराब दुकान के आगे लोग बैठ कर जाम टकराते हैं. दीपनगर चौक, दीप प्रभा चौक में तो शराब दुकान बंद होने के बाद भी आसानी से ऊंचे दाम में शराब मिल जाती है. कचहरी चौक के पास बदमाशों के अड्डे का कारण बम मिलने की घटना भी घट चुकी है. यहां हमेशा भीड़-भाड़ रहती है. यहां शाम होते ही शराबियों का अड्डा लग जाता है. शराब की दुकान से लेकर चाउमिन और एग रॉल की दुकान तक सरेआम जाम टकराया जाता है.
कुछ माह पूर्व शराबियों ने दो फास्ट फूड दुकानदार को चाकू मार कर जख्मी भी कर दिया था. फुटपाथ की दुकानें जैसे ही रात में बंद होती है, वहां बदमाशों का अड्डा लग जाता है. दुकान की आड़ में गलत काम होता है. पुलिस गश्ती के बाद भी बदमाश बाज नहीं आते हैं. बंद दुकानों का उपयोग मयखाना के रूप में किया जाता है.
नाली में शराब की बोतलें भी मिली
कुछ माह पूर्व जिस नाले में पुलिस को बम मिला था, उसमें शराब की कई बोतलें फेंकी हुई थी. इससे स्पष्ट है कि शराबी दुकान से लोग शराब खरीद फास्ट फूड की दुकानों पर चखना लेकर मायखाना सजाते हैं. जबकि सार्वजनिक स्थान पर शराब पीने पर प्रतिबंध है. शराब के नशे में घंटाघर चौक के पास बदमाशों ने उपद्रव किया था और एक बाइक को आग लगा दी थी.
पुलिस और आबकारी करती है खानापूर्ति
सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने से रोकने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग अधिकृत है. लोगों का आरोप है कि लेकिन पुलिस और आबकारी विभाग को बंधा-बंधाया पैसा मिलता है, इस कारण कार्रवाई के नाम पर दोनों विभाग खानापूर्ति करती है. जबकि पियक्कड़ी के कारण अक्सर घटनाएं होती रहती है.

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