विक्रमशिला में एलएचबी कोच लगाने की योजना खटाई में
-तिथि को लेकर अफसरों में असमंजस बरकरार, जनवरी से लगाने की थी योजना-स्थानीय रेल अधिकारी को भी अबतक मालदा रेल डिवीजन से नहीं मिली है किसी तरह की सूचना संवाददाता, भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस में लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगना तो है, लेकिन कब लगेगा, इसकी आधिकारिक तौर पर कोई तिथि निर्धारित नहीं की गयी […]
-तिथि को लेकर अफसरों में असमंजस बरकरार, जनवरी से लगाने की थी योजना-स्थानीय रेल अधिकारी को भी अबतक मालदा रेल डिवीजन से नहीं मिली है किसी तरह की सूचना संवाददाता, भागलपुर विक्रमशिला एक्सप्रेस में लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोच लगना तो है, लेकिन कब लगेगा, इसकी आधिकारिक तौर पर कोई तिथि निर्धारित नहीं की गयी है. इस कारण यह योजना खटाई में पड़ने की आशंका बढ़ गयी है. रेल अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में विक्रमशिला एक्सप्रेस में 24 कोच है. अगर एलएचबी कोच लगा, तो इसकी संख्या 22 हो जायेगी और ट्रेन की रफ्तार भी बढ़ जायेगी. इस संबंध में मालदा डिवीजन के पीआरओ(जी) बीके शर्मा ने बताया कि विक्रमशिला एक्सप्रेस में एलएचबी कोच लगाने की योजना है, लेकिन जानकारी लेने के बाद बता सकेंगे कि कब से लगेगा. बता दें कि पहले जनवरी से एलएचबी कोच लगने की बात कही गयी थी.क्या है एलएचबी कोच एलएचबी कोच विशेष बनावट की होती है. कोच की लंबाई 23.54 मीटर और चौड़ाई 3.24 मीटर होती है. यह कोच स्टील का बना होता है, जिसका औसत वजन 39.5 टन होता है. इन कोचों की खासियत यह है कि बड़े से बड़े हादसे के दौरान भी ये एक-दूसरे से अलग नहीं होंगे, न ही एक-दूसरे पर चढ़ेंगे. सभी डिब्बों में एडवांस डिस्क ब्रेक लगे होते हैं. यात्री सुविधा को देखते हुए अंदर का लुक बेहद आधुनिक और आकर्षक होता है. साथ ही एलएचबी कोचों में उच्च क्षमता वाले वातानुकूलित सिस्टम लगे होते हैं. कोच का दरवाजा स्लाइडर पर रहता है. सभी कोच में पानी सप्लाई की विशेष व्यवस्था रहती है. कोच में आधुनिक शौचालय बना रहता है.