भारतीय पारी में चौके-छक्के पर बजती रही तालियां
भागलपुर : 47वें ओवर की आखिरी गेंद, स्ट्राइक पर सोहेल, मोहित शर्मा ने बॉल फेंकी और सोहेल के बल्ले से निकला शॉट उमेश यादव के लपकते ही इंडिया-इंडिया का शोर. खुशी से हवा में उछलते क्रिकेट प्रेमी. सड़कों पर पहले से बम-पटाखे छोड़ने की तैयारी. टीवी पर जीत की घोषणा और इधर बड़ाम-धड़ाम पटाखों का […]
भागलपुर : 47वें ओवर की आखिरी गेंद, स्ट्राइक पर सोहेल, मोहित शर्मा ने बॉल फेंकी और सोहेल के बल्ले से निकला शॉट उमेश यादव के लपकते ही इंडिया-इंडिया का शोर. खुशी से हवा में उछलते क्रिकेट प्रेमी. सड़कों पर पहले से बम-पटाखे छोड़ने की तैयारी. टीवी पर जीत की घोषणा और इधर बड़ाम-धड़ाम पटाखों का शोर. क्रिकेट के रंग में रंगे सब अपनी ही धुन में मस्त.
भागलपुर की सड़कों पर यह दृश्य एडिलेड के स्टेडियम से कहीं कम नहीं था. पूरे मैच के दौरान दर्शकों का उत्साह चरम पर था. शहर में अघोषित बंदी. सड़कें सुनसान, लोग नदारद. सब जमे थे, बस अपने टीवी सेट के सामने. भूख-प्यास का एहसास भी खत्म था. भारत की बैटिंग के दौरान चौका-छक्का का नारा, तो वहीं पाकिस्तान की बैटिंग के दौरान हाव-इज-दैट का शोर. हमेशा की तरह टीवी सेट पर लाइव क्रिकेट का दृश्य ऐसा था, भारतीय खिलाड़ी के हरेक चौके व छक्के पर बजती रही तालियां, शॉट नहीं लगने पर आह, चौके-छक्के पर वाह लोगों की जुबान से निकल रहे थे. खेल प्रेमी कभी कोहली, तो कभी रैना, धवन और कभी धौनी को अपना पसंदीदा क्रिकेटर बता रहे थे.
कोहली का सौ रन पूरा होने पर उनके चाहनेवाले मिठाई बांट कर जश्न मना रहे थे. हालत यह थी कि मैच के मजा लेने के लिए खेल प्रेमियों ने भोजन तक नहीं किया. आधा-आधा घंटे पर चाय की चुस्की जरूर ले रहे थे. सुबह नौ बजे से मैच खत्म होने तक खेल प्रेमी अपने -अपने घरों में टीवी से चिपके रहें. इस बीच किसी का मोबाइल पर फोन आ जाता, तो यह कह कर टालते रहे कि अभी भारत -पाकिस्तान का मैच चल रहा है, शाम में बात करेंगे. जरूरी बात होने पर कहते थे कि मैच का एक इनिंग समाप्त होते ही आप से बात कर लेंगे. लगभग इसी तरह शहर, मोहल्लों, गली व कॉलोनी का हाल था. इधर, गांव व देहात में भी मैच को लेकर खेल प्रेमी काफी उत्साहित थे. जहां बिजली नहीं थी, वहां लोग रेडियो से अपडेट हो रहे थे