रंगदारी मामले में आरोपी गिरफ्तार

भागलपुर: इशाकचक थाना क्षेत्र के लालूचक भट्ठा रोड (गुमटी नंबर-12) निवासी रिटायर्ड शिक्षक सुरेश चंद्र सिंह से दस लाख रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मंटू मंडल (तहवलपुर, लोदीपुर) को गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से वह मोबाइल और सिम भी बरामद हो गया है, जिससे उसने शिक्षक को फोन किया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 5, 2015 9:05 AM
भागलपुर: इशाकचक थाना क्षेत्र के लालूचक भट्ठा रोड (गुमटी नंबर-12) निवासी रिटायर्ड शिक्षक सुरेश चंद्र सिंह से दस लाख रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी मंटू मंडल (तहवलपुर, लोदीपुर) को गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से वह मोबाइल और सिम भी बरामद हो गया है, जिससे उसने शिक्षक को फोन किया था. मोबाइल नंबर के डिटेल्स के आधार पर इशाकचक पुलिस ने आरोपी को पकड़ा. उससे सघन पूछताछ की जा रही है.
पत्नी के नाम से लिया था सिम. पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी अभी नौसिखिया है. इस कारण रंगदारी मांगने में जिस सिम का उसने प्रयोग किया था, वह उसने अपनी पत्नी रानी देवी के नाम से ले रखा था. मोबाइल नंबर 9504569374 से शिक्षक को फोन कर किया गया था. यह सिम साहेबगंज (विवि थाना क्षेत्र) से खरीदा गया था. इस इलाके में मंटू का ससुराल है. आरोपी युवक ने बताया कि उसके पास पैसे की कमी थी, इस कारण उसने यह रास्ता अख्तियार किया. चूंकि बचपन से ही रियाजुल और उसके बेटे का बड़ा सुना था, इस कारण उसके नाम से फोन कर शिक्षक को डराया और दस लाख रुपये की मांग की.
16 फरवरी को कई बार आया था फोन. रिटायर्ड शिक्षक सुरेश चंद्र सिंह को 16 फरवरी को उक्त मोबाइल नंबर से कई बार फोन आया था. फोनकर्ता ने खुद को रियाजुल का बेटा बताया था और पैसों की मांग की थी. फोनकर्ता ने शिक्षक से कहा था कि जमीन रजिस्ट्री करा रहे हो. दस लाख रुपये रंगदारी पहुंचा देना. पटना से आकर बरहपुरा में रह रहे हैं. पैसे नहीं देने पर परिवार के लोगों को जान से मार देंगे. शिक्षक ने बताया कि शादीशुदा बेटी सुधा सिन्हा व दामाद मिथिलेश कुमार ने बौंसी लाइन के निकट जमीन खरीदा है. शिक्षक ने बताया कि कोतवाली स्थित मध्य विद्यालय से वर्ष 2003 में रिटायर्ड हुए हैं.
ऐसे दबोचा गया आरोपी. एसएसपी विवेक कुमार के निर्देश पर सिटी एएसपी वीणा कुमारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम में इशाकचक इंस्पेक्टर राम विजय शर्मा, एसआइ राजेश कुमार, माकरुस आइंड, एएसआइ प्रेम कुमार दुबे, टेक्निकल सेल के राकेश कुमार, टाइगर मोबाइल के राजीव रंजन को शामिल किया गया. मोबाइल का डिटेल्स निकाल कर टीम लगातार उसका लोकेशन लेने लगी. इस दौरान बुधवार की अल सुबह पुलिस टीम ने तहवलपुर में छापेमारी कर मंटू को दबोच लिया. सिटी एएसपी ने बताया कि रियाजुल के बेटे से मंटू के संबंध का अब तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है.
शिक्षक के घर दूध देता है आरोपी का पिता
सिटी एएसपी वीणा कुमारी ने बताया कि आरोपी मंटू के पिता अगहनी मंडल और चाचा जुगल मंडल रिटायर्ड शिक्षक सुरेश चंद्र के खेत में काम करता है. अगहनी नियमित रूप से सुरेश चंद्र के घर दूध भी देता है, इसलिए उनका मोबाइल नंबर सहज तरीके से मंटू को उपलब्ध हो गया. अगहनी और जुगल ने मिल कर सुरेश चंद्र को अपने घर के पास एक जमीन भी खरीदवायी थी. लेकिन उस समय पर कुछ जमीन माफिया ने कब्जा कर लिया था. इस बावत सुरेश चंद्र ने अगहनी, जुगल और एक अन्य परिचित अरुण मंडल से कहा कि अगर यह जमीन माफियाओं को कब्जे से मुक्त हो जाती है तो तीनों को 50-50 हजार देंगे. अरुण को सुरेश चंद्र ने पैसे दे दिये, लेकिन बाकी दो अगहनी और जुगल को पैसे नहीं दिये. इसी गुस्से में आकर मंटू ने दस लाख की रंगदारी मांगी. मंटू को सुरेश चंद्र की आर्थिक स्थिति के बारे में भी पता था.

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