बंद पड़े हैं जलमीनार, खराब हैं चापाकल

भागलपुर: गरमी ने दस्तक दे दिया है. लेकिन जलापूर्ति समस्या के उपाय के लिए नगर निगम द्वारा अभी तक कोई ठोस योजना नहीं बनायी गयी है. वार्ड में कई चापाकल खराब हैं. शहर में कुछ छह जलमीनार में से तीन बंद हैं. एक जलमीनार की क्षमता पचास हजार गैलन की है. निगम द्वारा वाटर वर्क्‍स […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2015 11:45 AM

भागलपुर: गरमी ने दस्तक दे दिया है. लेकिन जलापूर्ति समस्या के उपाय के लिए नगर निगम द्वारा अभी तक कोई ठोस योजना नहीं बनायी गयी है. वार्ड में कई चापाकल खराब हैं. शहर में कुछ छह जलमीनार में से तीन बंद हैं. एक जलमीनार की क्षमता पचास हजार गैलन की है. निगम द्वारा वाटर वर्क्‍स से 38 लाख गैलन पानी की सप्लाइ होती है.

निगम द्वारा पचास से अधिक बोरिंग है जो चालू अवस्था में तो है लेकिन इसमें से कई बोरिंग से पानी ज्यादा नहीं निकल रहा है. गरमी शुरू होने के बाद इन बोरिंग से और कम पानी निकलेगा. पानी की समस्या को लेकर निगम ने कोई कार्य योजना नहीं बनायी है.

कई महीने से निगम के सामान्य व सशक्त स्थायी समिति की बैठक नहीं हो पायी है. इशाकचक, सिकंदरपुर व सीटीएस के पास जल पर्षद द्वारा तैयार किये गये जलमीनार में पाइप लाइन का कनेक्शन नहीं किया गया है. हाउसिंग बोर्ड, घंटाघर और मानिक सरकार चौक के पास जलमीनार से पानी की सप्लाइ हो रही है. लेकिन इस जलमीनार का रख-रखाव सही से नहीं हो पा रहा है. खुद जलकल अधीक्षक हरेराम चौधरी ने माना है कि बंद पड़े जलमीनार को अभी चालू नहीं किया जा सकता. इस मीनार में जब तक पानी का कनेक्शन नहीं हो जाता है, तब तक पानी की सप्लाइ नहीं हो सकती है. हर साल शहर की आबादी बढ़ रही है. लेकिन निगम द्वारा जलापूर्ति की समुचित व्यवस्था नहीं कर रहा है.

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