भक्ति से प्राप्त होता है प्रेम भाव

-मारवाड़ी पाठशाला में श्रीमद्भागवत कथा का समापनसंवाददाता,भागलपुरश्री राधा-कृष्ण अंतरराष्ट्रीय सेवा संघ ट्रस्ट, हरिद्वार की ओर से मारवाड़ी पाठशाला परिसर में सातवें दिन शनिवार को श्रीकृष्ण विवाह, सुदामा चरित व उद्धव प्रसंग पर कथा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का समापन हो गया. हरिद्वार से आयीं मां मुनेश्वरी गिरि ने बताया भगवान श्रीकृष्ण चरित्र की व्याख्या की. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2015 10:03 PM

-मारवाड़ी पाठशाला में श्रीमद्भागवत कथा का समापनसंवाददाता,भागलपुरश्री राधा-कृष्ण अंतरराष्ट्रीय सेवा संघ ट्रस्ट, हरिद्वार की ओर से मारवाड़ी पाठशाला परिसर में सातवें दिन शनिवार को श्रीकृष्ण विवाह, सुदामा चरित व उद्धव प्रसंग पर कथा के साथ श्रीमद्भागवत कथा का समापन हो गया. हरिद्वार से आयीं मां मुनेश्वरी गिरि ने बताया भगवान श्रीकृष्ण चरित्र की व्याख्या की. सुदामा चरित पर प्रवचन करते हुए कहा गरीब मित्र की आवभगत व सम्मान देकर मित्रता का उदाहरण पेश किया. भगवान प्रेम और भक्ति का सम्मान करते हैं. श्रीकृष्ण ने उद्धव को भागवत उपदेश दिया. उन्होंने बताया भगवान का नाम संकीर्तन से ही संसार के भव सागर को पार कर सकते हैं. भक्ति से मानव को प्रेम भाव प्राप्त होता है. भक्ति श्रीमद्भागवत से प्राप्त होती है. स्वामी निरंजन देव गिरि ने भी प्रवचन किया. कार्यक्रम का संचालन राकेश सिन्हा ने किया. भागवत कथा आयोजन में सुरेश साह, दीपक घोष, अरुण मंडल आदि का योगदान रहा.

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