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सद्गुरु, सत्संग के अभाव में हो जाता है पतन : राधे-राधे

पीरपैंती. सदगुरु, सत्संग एवं सद्ग्रंथ के अभाव में महापुरुष का भी पतन हो जाता है. जैसे ध्रुव जी ने श्री हरि जी का दर्शन करने के बाद भी अपने भाई उत्तम की हत्या का समाचार सुन स्वर्ग पर आक्रमण कर हजारों यक्षों का वध कर दिया. पुन: जब उनके पूर्वज मनुजी महाराज का सत्संग मिला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 26, 2015 9:03 PM

पीरपैंती. सदगुरु, सत्संग एवं सद्ग्रंथ के अभाव में महापुरुष का भी पतन हो जाता है. जैसे ध्रुव जी ने श्री हरि जी का दर्शन करने के बाद भी अपने भाई उत्तम की हत्या का समाचार सुन स्वर्ग पर आक्रमण कर हजारों यक्षों का वध कर दिया. पुन: जब उनके पूर्वज मनुजी महाराज का सत्संग मिला तो युद्ध बंद हुआ. मनु जी ने ध्रुव को ज्ञान दिया कि मनुष्य की मृत्यु नीयत काल और समय पर होती है. ये बातें बधुवा टोला स्थित चैती दुर्गा मंदिर परिसर में चल रहे भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में प्रवचन करते हुए राधे राधे बाबा ने गुरुवार को कहींनिकाली गयी कलश शोभा यात्रापीरपैंती. प्रखंड के बधुवा टोला के चैती दुर्गा मंदिर में नवरात्र व नव पत्रिका पूजन को लेकर कलश शोभा यात्रा निकाली गयी. इसमें महिला, बच्ची व युवती शामिल हुईं. कलश यात्रा मंदिर परिसर से निकल कर नगर भ्रमण करते हुए जलासिंधु महादेव मंदिर स्थान दुलदुलिया पहुंची. वहां कलश भर कर पुन: मंदिर परिसर पहंुचीं, जहां पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के साथ नव पत्रिका का पूजन एवं मां चंडी की प्राण प्रतिष्ठा की गयी. चैती दुर्गा पूजा को लेकर बाखरपुर, चैती दुर्गा मंदिर, काली प्रसाद, दिलौरी, ईशीपुर, बाराहाट स्थित ऐतिहासिक योगीवीर पहाड़ी आदि स्थानों पर भी पूरे विधि-विधान के साथ मां की प्राण प्रतिष्ठा की गयी. उदीयमान सूर्य को अर्घ के साथ चैती छठ संपन्न पीरपैंती. प्रखंड में लोक आस्था और विश्वास का महापर्व चैती छठ गुरुवार को उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ देने के साथ संपन्न हो गया. व्रती महिलाओं ने नवविवाहिताओं का खोइछा भर कर उन्हें पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद भी दिया. लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया. छठ गीतों से घाट गूंज रहे थे. घाट पर बच्चों ने पटाखे भी फोड़े.

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