अब तीन करोड़ से शुरू होगी बालू घाटों की बोली
-खनन विभाग ने न्यूनतम राशि तीन करोड़ का भेजा प्रस्ताव, पांच सालों के लिए होगा बंदोबस्ती -प्रस्ताव पर सहमति बनी, तो अपनायी जायेगी टेंडर की प्रक्रिया -टेंडर की राशि करीब 6.49 करोड़ रहने से आगे नहीं आ रहे थे बालू कारोबारी संवाददाता, भागलपुर जिले में नदियों की बंदोबस्ती की बोली अब तीन करोड़ रुपये से […]
-खनन विभाग ने न्यूनतम राशि तीन करोड़ का भेजा प्रस्ताव, पांच सालों के लिए होगा बंदोबस्ती -प्रस्ताव पर सहमति बनी, तो अपनायी जायेगी टेंडर की प्रक्रिया -टेंडर की राशि करीब 6.49 करोड़ रहने से आगे नहीं आ रहे थे बालू कारोबारी संवाददाता, भागलपुर जिले में नदियों की बंदोबस्ती की बोली अब तीन करोड़ रुपये से शुरू होगी और सबसे ऊंची बोली लगाने वाले ठेकेदार को अगले पांच साल के लिए बालू उठाव करने मिलेगा. प्रधान सचिव के निर्देश पर खनन विभाग ने गुरुवार को टेंडर के लिए करीब तीन करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है. इस पर अगर सहमति बनती है, तो अविलंब टेंडर की प्रक्रिया अपनायी जायेगी. अधिकारी की मानें तो अप्रैल के अंत तक टेंडर निकलने की प्रबल संभावना है. तीन माह में पांच बार टेंडर हुआ रद्द पिछले तीन माह में पांच बार नदियों की बंदोबस्ती के लिए टेंडर निकाला गया और हर बार ठेकेदार के सामने नहीं आने से खनन विभाग को टेंडर रद्द करना पड़ा है. दरअसल, टेंडर की राशि 6.49 करोड़ (न्यूनतम बोली) रखी गयी थी. जबकि पिछले साल की टेंडर राशि करीब 2.34 करोड़ था. लेकिन, फिर से नवंबर में तीन माह के लिए हुए टेंडर की राशि 6.49 करोड़ रु पये था और इसका 20 प्रतिशत वृद्धि के साथ टेंडर निकाला गया. बंदोबस्ती होने से थमेगा बालू की चोरी नदियों की बंदोबस्ती होने से बालू की चोरी पर विराम लगेगा. फिलहाल चानन की सहायक नदियां (समूह-1) एवं गेरुआ नदी (समूह-2) की बंदोवस्ती नहीं होने की सूरत में बालू की चोरी खुलेआम हो रही है. जबकि बालू चोरी पर रोक लगाने के लिए स्थानीय पुलिस को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. फिर भी बालू चोरी पर रोक नहीं लग सका है.