छानबीन. कोतवाली पहुंचे एसएसपी, पूछा कहां गया वारंट एएसपी को जांच का जिम्मा

भागलपुर: मोटरयान अधिनियम में एक माह की सजा सुनाये जाने के बाद अदालत से जारी स्थायी गैर जमानतीय वारंट मंगलवार को भी कोतवाली थाना में नहीं मिला. कोतवाली में सोमवार रात से वारंट की जारी खोज मंगलवार रात तक जारी थी. सोमवार शाम एसएसपी विवेक कुमार भी कोतवाली पहुंचे. उन्होंने कोतवाली में इस संबंध में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 1, 2015 12:09 PM
भागलपुर: मोटरयान अधिनियम में एक माह की सजा सुनाये जाने के बाद अदालत से जारी स्थायी गैर जमानतीय वारंट मंगलवार को भी कोतवाली थाना में नहीं मिला. कोतवाली में सोमवार रात से वारंट की जारी खोज मंगलवार रात तक जारी थी. सोमवार शाम एसएसपी विवेक कुमार भी कोतवाली पहुंचे. उन्होंने कोतवाली में इस संबंध में पूछताछ की.
एसएसपी ने मामले की जांच का जिम्मा एएसपी (नगर) वीणा कुमारी को सौंपा है. एसएसपी ने एएसपी से बुधवार को रिपोर्ट देने को कहा है. बता दें कि रविवार को अधिवक्ता दिनेश कुमार सिंह ने अखबारों को एक पत्र जारी किया था, जिसके अनुसार मोटरयान अधिनियम के एक मामले में मेयर दीपक भुवानिया अदालत की नजर में छह वर्षो से फरार हैं. जानकारी के अनुसार मेयर ने निगम चुनाव के समय इस मामले की सूचना शपथ पत्र में नहीं दी थी. मामले की जांच में यह सामने आया कि वारंट एसएसपी ऑफिस से कोतवाली को निष्पादन के लिए भेजा गया था, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
मंगलवार को वारंट नहीं मिलने को लेकर तल्ख एसएसपी विवेक कुमार खुद कोतवाली पहुंचे और मामले की जांच की. कोतवाली में ही उन्होंने एएसपी वीणा कुमारी व कोतवाली इंस्पेक्टर के साथ करीब एक घंटे तक इस मामले में बात की. उन्होंने मामले की जांच की जिम्मेवारी एएसपी वीणा कुमारी को सौंपा और जल्द रिपोर्ट देने का निर्देश दिया. एसएसपी ने कहा कि इस मामले में जिस ने भी गड़बड़ी की है, उस पर कार्रवाई होगी. एसएसपी ने कहा कि कोर्ट से भी पता कराया जायेगा कि मामले का निष्पादन हुआ है या नहीं. उनके अनुसार अगर मामला लंबित है, तो कार्रवाई हर हाल में होगी.
मेयर ने एसएसपी को आवेदन दिया. दूसरी ओर मामले को लेकर मंगलवार को मेयर दीपक भुवानियां की ओर से एसएसपी को एक आवेदन दिया गया. इस संबंध में मेयर ने बताया कि उन्होंने मामले में एसएसपी को आवेदन दिया है और अब पुलिस को अपना काम करना है.

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