अनुशासन के प्रतीक हैं भगवान राम

कहलगांव. गांगुली मध्य विद्यालय के मैदान पर श्री हरिनाम संकीर्तन समिति के तत्वावधान में आयोजित 33वां आध्यात्मिक समारोह के पांचवें दिन झांसी (चिरगांव) से आये पंडित श्री सतपाल जी महाराज ने कहा भगवान राम अनुशासन के प्रतीक हैं. उन्होंने राम विवाह की सरस कथा सुनाकर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया. वृंदावन से आये मानस किंकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 5, 2015 7:04 PM

कहलगांव. गांगुली मध्य विद्यालय के मैदान पर श्री हरिनाम संकीर्तन समिति के तत्वावधान में आयोजित 33वां आध्यात्मिक समारोह के पांचवें दिन झांसी (चिरगांव) से आये पंडित श्री सतपाल जी महाराज ने कहा भगवान राम अनुशासन के प्रतीक हैं. उन्होंने राम विवाह की सरस कथा सुनाकर भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया. वृंदावन से आये मानस किंकर पुनीत पाठक ने कहा कि राम कथा सुनने से मनुष्य के जीवन की व्यथा दूर होती है. यदि हर व्यक्ति राम को अपना आदर्श बना ले तो बिना कुछ किये ही राम राज्य की स्थापना हो जायेगी.

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