अपराध पर प्रबुद्ध लोगों से बात
ऐसा लगता ही नहीं है कि सरकार का प्रशासन पर नियंत्रण है. जितने भी अपराध हो रहे हैं उसमें पुलिस महकमा की मिलीभगत दिखती है. खुफिया विभाग है, पर उसे मालूम नहीं है कि घटना होनेवाली है या फिर घटना हुई, तो किसने की. कानून का राज कहीं नहीं दिखता है. ऐसी घटना किसी भी […]
ऐसा लगता ही नहीं है कि सरकार का प्रशासन पर नियंत्रण है. जितने भी अपराध हो रहे हैं उसमें पुलिस महकमा की मिलीभगत दिखती है. खुफिया विभाग है, पर उसे मालूम नहीं है कि घटना होनेवाली है या फिर घटना हुई, तो किसने की. कानून का राज कहीं नहीं दिखता है. ऐसी घटना किसी भी इलाके के लिए भी अच्छी नहीं हो सकती. यह भयावहता का दौर है.डॉ योगेंद्र, शिक्षक, टीएनबी कॉलेजअपराधियों द्वारा अपराध करना और उनका सुगमता पूर्वक निकल जाना यह दर्शाता है कि उन्हें संरक्षण प्राप्त है. आज बेरोजगारी भी एक कारण है कि युवा अपराध की ओर आकर्षित हो रहे हैं. वे किसी भी तरह लक्ष्य प्राप्त कर लेना चाह रहे हैं. ऐसे में पुलिस, समाज व जनसाधारण को ऐसे लोगों को पकड़ने में मदद करना होगा.प्रो प्रमोद कुमार सिन्हा, वरीय शिक्षक, पीजी समाजशास्त्र विभाग