चयनित हो पाठ्यक्रम में शामिल होती है पुस्तकें

सहरसा. चिल्ड्रेन एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष आरएस साहा ने कहा कि एनसीइआरटी पूरे मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पाती. अत: विद्यालय प्रबंधन को निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को विषयवार सहयोगी पुस्तक के रूप में अपने पाठ्यक्रम में शामिल करना पड़ता है, जो चयन समिति से पास होकर प्रबंधन के द्वारा लिस्ट में शामिल किया जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2015 7:03 PM

सहरसा. चिल्ड्रेन एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष आरएस साहा ने कहा कि एनसीइआरटी पूरे मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पाती. अत: विद्यालय प्रबंधन को निजी प्रकाशकों की पुस्तकों को विषयवार सहयोगी पुस्तक के रूप में अपने पाठ्यक्रम में शामिल करना पड़ता है, जो चयन समिति से पास होकर प्रबंधन के द्वारा लिस्ट में शामिल किया जाता है. उन्होंने कहा कि निजी विद्यालय अभिभावकों की सुविधा को ध्यान में रख कर अपने यहां से भी किताब, कॉपी, ड्रेस, मेटेरियल आदि उपलब्ध करवाते हैं. यदि अभिभावक चाहे तो सुविधा का लाभ उठावें अन्यथा वे बाजार से सुविधा प्राप्त कर सकते हैं. नये सत्र में स्वागत विभिन्न विद्यालयों में नये बच्चों का प्राचार्यों ने स्वागत करते हुए कहा कि बौद्धिक विकास के प्रथम सीढ़ी पर देश के नौनिहालों के कदम पड़ गये है, जो भारत माता की सेवा में अपना सर्वस्व दांव पर लगाये, प्रथम बार स्कूल आने वाले विनय ने कहा कि वह टिफिन लेकर स्कूल आया. वही नर्सरी की ही स्वाति पहली बार पिता द्वारा जबरन लेकर आने पर रोने लगी. वर्ग चार के शुभम, आठ के विवेक राज ने कहा उसने रात भर में नयी किताबों की एक रिडिंग मार ली है. नये सत्र के साथ ही विद्यालयों में चहल पहल शुरू हो गयी. विद्यालय प्रबंधन ने नयी सुविधा समुचित व्यवस्था इत्यादि उपलब्ध करवाने की बात कही.

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