प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ अभियान
भागलपुर: प्राइवेट स्कूलों के मनमाने रवैये के खिलाफ एनएसयूआइ के कार्यकर्ता जागो अभिभावक जागो अभियान चलायेंगे. शिक्षा का अधिकार अधिनियम पूर्णरूपेण लागू कराने के लिए लड़ाई लड़ी जायेगी. छात्र-छात्रओं को शिक्षा का अधिकार दिला कर दम लेंगे. इसमें अभिभावकों की भी मदद ली जायेगी. यह बातें गुरुवार को एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में […]
भागलपुर: प्राइवेट स्कूलों के मनमाने रवैये के खिलाफ एनएसयूआइ के कार्यकर्ता जागो अभिभावक जागो अभियान चलायेंगे. शिक्षा का अधिकार अधिनियम पूर्णरूपेण लागू कराने के लिए लड़ाई लड़ी जायेगी. छात्र-छात्रओं को शिक्षा का अधिकार दिला कर दम लेंगे. इसमें अभिभावकों की भी मदद ली जायेगी.
यह बातें गुरुवार को एक होटल में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के 45वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय सचिव सह बिहार प्रभारी उदय भानु छिब ने घोषणा की. श्री छिब ने कहा कि जागो अभिभावक जागो अभियान के तहत सबसे पहले स्कूलों में कैंपेन चलाया जायेगा. इसके बाद एक टीम का गठन करेंगे. टीम यह जानने का प्रयास करेगी कि गरीबी रेखा से नीचे बसर करनेवाले बच्चों को निजी स्कूल में 25 फीसदी सीट पर नि:शुल्क नामांकन हो रहा है या नहीं.
यह जानकारी मिली है कि हर साल री-एडमिशन के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जाती है. महंगी किताबें और पोशाक जबरन खरीदने को मजबूर किये जा रहे हैं. ऐसी परिस्थिति में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होना समाज और देश की जरूरत है. कमेटी का यह काम होगा कि वे ऐसे स्कूलों की सूची तैयार करेगी.
राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि इससे पहले मुजफ्फरपुर में यह अभियान चलाया गया था. बड़ी संख्या में अभिभावकों का सहयोग मिला. बड़ी बात यह कि वहां के जिलाधिकारी ने भी खूब मदद की. आखिरकार निजी स्कूलों द्वारा लिये जानेवाले शुल्क के मानक तय किये गये. री-एडमिशन बंद करा दिया गया. अभिभावकों ने राहत की सांस ली. भागलपुर के बाद पूरे बिहार में यह अभियान चलेगा. इसमें कोई राजनीतिक मानसिकता नहीं है, बल्कि अभिभावकों की सबसे बड़ी समस्या के निदान की पहल है. इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रशांत बनर्जी, प्रदेश महासचिव मो शाहिद हुसैन, प्रदेश सचिव राकेश भाटिया, प्रियंका आनंद, राष्ट्रीय प्रतिनिधि मोनालिसा, जिला महासचिव शिवशंकर शर्मा, सौरभ भारती आदि मौजूद थे.