भागलपुर/: कोसी नदी पर बन रहे विजय घाट पुल का उद्घाटन जून में हो जायेगा. पुल निर्माण निगम के चेयरमैन सह जिला के प्रभारी सचिव विनय कुमार ने यह जानकारी दी. गुरुवार को धान खरीद की समीक्षा बैठक में हिस्सा लेने के बाद वह पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि विजय घाट पुल का काम मई में ही खत्म कराने की कोशिश की जा रही है, ताकि हर हाल में जून में इसका उद्घाटन हो सके. पुल के पहुंच पथ के लिए जमीन अधिग्रहण का कार्य पूर्ण नहीं होने के संबंध में पूछने पर उन्होंने बताया कि जून में औपचारिक रूप से पुल शुरू हो जायेगा. उन्होंने माना कि जमीन अधिग्रहण नहीं होने व रेलवे ओवरब्रिज का काम पूरा नहीं हो पाने के कारण परेशानी आयेगी, लेकिन भूमि अधिग्रहण का कार्य भी समानांतर रूप से चल रहा है.
मधेपुरा जिला की ओर से भूमि अधिग्रहण का कार्य पूरा हो चुका है, केवल भागलपुर जिला की ओर से करीब डेढ़ किलोमीटर के दायरे में अधिग्रहण पूरा नहीं हो पाया है. जिला प्रशासन को तत्काल इसका समाधान करते हुए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि बरसात से पूर्व इस पुल को चालू करने की योजना है.
बारिश के कारण मधेपुरा जिला के लोगों को काफी परेशानी होती है. इस पुल के चालू हो जाने के बाद उनकी परेशानी काफी हद तक दूर हो जायेगी. इससे पूर्व धान खरीद की समीक्षा बैठक में उन्होंने धान बेचनेवाले किसानों के भुगतान लंबित रहने पर चिंता जतायी. समीक्षा के क्रम में बताया गया कि जिला को मिले 45 हजार मीट्रिक टन लक्ष्य के विरुद्ध लगभग 44 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी है, लेकिन अब तक किसानों को करीब 35 करोड़ का भुगतान लंबित है. उन्होंने सभी संबंधित पदाधिकारियों को जल्द भुगतान कराने का निर्देश दिया है.
विशेषज्ञ की टीम करेगी विक्रमशिला सेतु की जांच
रख-रखाव के अभाव में गंगा नदी पर बने विक्रमशिला सेतु की खराब होती स्थिति के संबंध में पुल निर्माण निगम के चेयरमैन श्री कुमार ने कहा कि फिलहाल पुल की खराबी को लेकर उनके पास कोई विस्तृत जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि एक विशेषज्ञ की टीम इसके लिए गठित की जायेगी, जो पुल की जांच करेगी. पिछले दिनों विक्रमशिला सेतु का निर्माण करनेवाली एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर भागलपुर आये थे. उन्होंने कहा था कि पुल पर रोड की मोटाई बढ़ने के कारण पुल की बेयरिंग पर भी असर पड़ रहा है. इस संबंध में उन्होंने पुल निर्माण निगम के कार्यपालक अभियंता को इसे गंभीरता से देखने का निर्देश दिया. साथ ही कहा कि जल्द ही विशेषज्ञ की टीम निरीक्षण व जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी, जिसके आधार पर पुल का मेंटेनेंस कराया जायेगा. वाहनों का दबाव बढ़ने के कारण विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल निर्माण या इस प्रकार की अन्य योजना के संबंध में पूछने पर प्रभारी सचिव ने कहा कि परिवर्तित यातायात के इधर से गुजरने के कारण पुल पर कई गुणा अधिक वाहनों का दबाव बढ़ गया है. इसी वर्ष दिसंबर तक आरा-छपरा के बीच गंगा नदी पर बननेवाला पुल भी शुरू हो जायेगा और मोकामा पुल भी दिसंबर में चालू हो जायेगा. इन पुलों के चालू हो जाने से विक्रमशिला सेतु से वाहनों का दबाव बहुत कम हो जायेगा. तीन साल में अगुवानी घाट पुल बन कर तैयार हो जायेगा. इससे भी इस पुल पर वाहनों का दबाव घट जायेगा. फिर पुल पर यातायात को लेकर इतनी समस्या नहीं आयेगी.