आत्मदाह से बचाने में दारोगा का मोबाइल आग में जला

संवाददाता भागलपुररन्नूचक में किसानों को आत्मदाह से बचाने गये नाथनगर थाने के दारोगा तेज नारायण राय का मोबाइल आग में गिर कर जल गया. मोबाइल की कीमत 17 हजार थी, जो दारोगा के बेटे ने उन्हें कुछ दिन पूर्व ही गिफ्ट किया था. दारोगा की शर्ट की जेब में मोबाइल था. इस दौरान तीन किसान […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 14, 2015 9:06 PM

संवाददाता भागलपुररन्नूचक में किसानों को आत्मदाह से बचाने गये नाथनगर थाने के दारोगा तेज नारायण राय का मोबाइल आग में गिर कर जल गया. मोबाइल की कीमत 17 हजार थी, जो दारोगा के बेटे ने उन्हें कुछ दिन पूर्व ही गिफ्ट किया था. दारोगा की शर्ट की जेब में मोबाइल था. इस दौरान तीन किसान शरीर पर केरोसिन उड़ेल कर जलती आग में कूदने का प्रयास कर रहे थे. दारोगा राय ने तत्परता दिखायी और एक ही साथ तीन किसानों को आग में कूदने से रोका दिया. इस दौरान किसान विरोध कर रहे थे. किसान को रोकने-पकड़ने में अचानक दारोगा की जेब से मोबाइल आग में गिर कर जल गया. हालांकि दारोगा को इसका तनिक भी मलाल नहीं था. उन्होंने अपना काम जारी रखा और सभी किसानों को आत्मदाह से रोक कर ही माने. कई थानों की पुलिस पहुंची थी रन्नूचककिसानों के आत्मदाह की सूचना पर कई थानों की पुलिस रन्नूचक पहुंची थी. सिटी एएसपी वीणा कुमारी के साथ नाथनगर इंस्पेक्टर जमील असगर, मधुसूदनपुर थानेदार मनीष कुमार, विवि थानेदार समरेंद्र कुमार व भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती सुबह से की गयी थी. पुलिस की चुस्ती के कारण किसान आत्मदाह नहीं कर पाये. एक किसानों को बचाने के लिए 20-20 पुलिसकर्मी दौड़ पड़ते थे. चंपा पुल के पास खड़ा रहा दंगा नियंत्रक वाहनकिसानों के आत्मदाह को देखते हुए रन्नूचक में एक दिन पूर्व ही पुलिस बलों की तैनाती कर दी गयी थी. आपात स्थिति से निबटने के लिए दंगा नियंत्रण वाहन को भी भागलपुर से रन्नूचक भेजा गया, लेकिन रास्ते में चंपानाला पुल पर बैरियर लगा रहने के कारण वाहन उससे गुजर नहीं सका. इस कारण दिन भर पुल के पास दंगा नियंत्रक वाहन पुलिस जवानो को लेकर खड़ा रहा.

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