पठन-पाठन बाधित कराने वाले शिक्षकों की अब खैर नहीं
– मुख्यालय ने जिले के सभी नियोजित शिक्षकों की मांगी सूची संवाददाता,भागलपुर नियोजित शिक्षकों की ओर से विद्यालयों में तालाबंदी जारी रखने व पठन-पाठन बाधित करने पर अब उनकी खैर नहीं है. उनके खिलाफ सरकार संज्ञान लेने जा रही है. इस आशय का पत्र जिला शिक्षा विभाग को पत्र प्राप्त हुआ है. माध्यमिक शिक्षा अभियान […]
– मुख्यालय ने जिले के सभी नियोजित शिक्षकों की मांगी सूची संवाददाता,भागलपुर नियोजित शिक्षकों की ओर से विद्यालयों में तालाबंदी जारी रखने व पठन-पाठन बाधित करने पर अब उनकी खैर नहीं है. उनके खिलाफ सरकार संज्ञान लेने जा रही है. इस आशय का पत्र जिला शिक्षा विभाग को पत्र प्राप्त हुआ है. माध्यमिक शिक्षा अभियान के निदेशक आरबी चौधरी ने जिला शिक्षा विभाग से निकाय का नाम, विद्यालय का नाम, उपस्थित नियोजित शिक्षकों के नाम, अनुपस्थित नियोजित शिक्षकों के नाम, अनुपस्थित नियोजित शिक्षकों का प्रतिशत रिपोर्ट बना कर प्रत्येक दिन भेजने को कहा है. विभाग को इस बात का पता चल सके कि विद्यालय बंद कराने व पठन-पाठन बाधित कराने वाले नियोजित शिक्षक किन-किन विद्यालयों में कार्यरत हैं. विद्यालय के हाजिरी रजिस्टर की भी प्रत्येक दिन की रिपोर्ट मांगी है. मुख्यालय इस बात नाराज है कि शिक्षकों के द्वारा पठन-पाठन बाधित किया जा रहा है. डीइओ फूल बाबू चौधरी ने बताया कि मुख्यालय से पत्र प्राप्त हुआ है. हड़ताली शिक्षकों की रिपोर्ट रोज भेजनी है. सभी प्रखंड व नगर निगम के बीइओ से रोजाना रिपोर्ट कार्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है. पिछले पांच दिनों से नियोजित शिक्षकों के द्वारा जिले के सभी प्रारंभिक व माध्यमिक विद्यालयों को बंद कराया जा रहा, इससे पठन-पाठन बाधित है. छात्र सुनील, शुभम, छात्रा सुनीता व रेशमा ने बताया कि विद्यालय में पठन-पाठन बाधित होने से काफी परेशानी हो रही है. रोजाना स्कूल आते हैं और घूम कर घर चले जाते है. शिक्षकों की लड़ाई सरकार से है, इसमें छात्रों का क्या कसूर है.