बौद्धिक प्रशिक्षण का मूल मंत्र, शाखा का विस्तार

वरीय संवाददाता,भागलपुर. प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों ने स्वयं सेवकों से कहा है कि बौद्धिक प्रशिक्षण का मूल मंत्र है शाखा का विस्तार करना. सदस्यों को उनके कार्यों की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें समय-समय पर यह याद दिलाना पड़ेगा कि उनका मूल काम क्या है. आधुनिक दौर में बड़ी संख्या में युवा फेसबुक व अन्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 16, 2015 11:04 PM

वरीय संवाददाता,भागलपुर. प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षकों ने स्वयं सेवकों से कहा है कि बौद्धिक प्रशिक्षण का मूल मंत्र है शाखा का विस्तार करना. सदस्यों को उनके कार्यों की जानकारी देने के साथ-साथ उन्हें समय-समय पर यह याद दिलाना पड़ेगा कि उनका मूल काम क्या है. आधुनिक दौर में बड़ी संख्या में युवा फेसबुक व अन्य सोशल माध्यमों से संघ की विचारधारा से प्रेरित हो रहे हैं. ऐसे में इन युवाओं को संघ की मुख्य धारा में लाने की आवश्यकता है, इसके लिए नियमित शाखा लगाना और प्रचार-प्रसार करना बेहद जरूरी है.

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