profilePicture

सर्पदंश से भाई-बहन की मौत

कहलगांव: कहलगांव के नंदलालपुर स्थित चांदनी चौक निवासी निरंजन दास उर्फ भोकल की पुत्री चांदनी कुमारी (9) व पुत्र बिट्ट कुमार (4) को गुरुवार की रात सोयी अवस्था में जहरीले सांप ने काट लिया, जिससे दोनों की मौत हो गयी. परिजनों का कहना है कि सर्पदंश के बाद दोनों भाई-बहन को परिजन शुक्रवार तड़के करीब […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 31, 2013 9:55 AM

कहलगांव: कहलगांव के नंदलालपुर स्थित चांदनी चौक निवासी निरंजन दास उर्फ भोकल की पुत्री चांदनी कुमारी (9) व पुत्र बिट्ट कुमार (4) को गुरुवार की रात सोयी अवस्था में जहरीले सांप ने काट लिया, जिससे दोनों की मौत हो गयी. परिजनों का कहना है कि सर्पदंश के बाद दोनों भाई-बहन को परिजन शुक्रवार तड़के करीब तीन बजे एनटीपीसी के जीवन ज्योति अस्पताल ले गये, जहां डॉक्टर ने बिट्ट को मृत घोषित कर दिया, लेकिन चांदनी को कुछ नहीं हुआ कह कर डॉक्टर ने लौटा दिया.

मृत बच्चों के चाचा जय कुमार दास ने बताया कि दोनों भाई-बहन एक कमरे में सोये थे. अचानक दोनों उठ गये. बिट्ट पानी पीने के लिए उठा और गिलास हाथ में लिये ही गिर पड़ा. तभी उसकी बहन चांदनी ने एक सांप को गुजरते देखा. उसने चिल्ला कर घर वालों को जगाया. उसने घर वालों से कहा कि उन दोनों को ही सांप ने काट लिया है.

परिजन उन्हें एनटीपीसी अस्पताल ले गये, जहां बिट्ट को मृत घोषित कर दिया गया, लेकिन बहन चांदनी को कुछ नहीं हुआ है कह कर लौटा दिया. घर आने के बाद चांदनी की तबीयत बिगड़ने लगी. उसे फिर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने इलाज करने की बजाय कहा कि भाई की मौत के सदमे से उसकी तबीयत खराब हुई है. और एक बार फिर उन्हें लौटा दिया गया. घर पहुंचने पर चांदनी के मुंह से झाग निकलने लगा, तो फिर से उसे एनटीपीसी अस्पताल ले जाया गया. इस बार डॉक्टरों ने उसे भरती कर पांच हजार रुपये जमा कराया. इलाज शुरू होने के 15-20 मिनट बाद उसे भी मृत घोषित कर दिया. परिजनों और ग्रामीणों ने कहा कि डॉक्टरों एवं अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और गैर जिम्मेदाराना हरकत के कारण बच्ची की मौत हुई. ग्रामीणों में अस्पताल प्रबंधन के प्रति आक्रोश व्याप्त है.

Next Article

Exit mobile version