भागलपुर: संत जोसेफ स्कूल की छात्र रिचा पोद्दार उस समय सन्न रह गयी जब उसने लोकसभा में माननीयों को उलझते हुए देखा. रिचा मंगलवार को लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार से मिली तो उसने पहला प्रश्न यही किया कि इस तरह कब तक चलेगा.
विकसित देशों के प्रतिनिधि इस तरह नहीं करते. संसद की कार्यवाही देखने गये संत जोसेफ स्कूल के बच्चों को इस बात का मलाल रहा कि शोर-शराब के कारण संसद की कार्यवाही स्थगित हो गयी और वे लोग पूरी कार्यवाही नहीं देख पाये. बच्चे लोकसभाध्यक्ष के अलावा विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज से भी मिले. बच्चों ने दोनों नेताओं से संसद की गरिमा, कार्यवाही, सांसदों के अनावश्यक शोर-शराबे से लेकर चीन और भारत की मौजूदा स्थिति, देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और गरीबी रेखा तक के बारे में प्रश्न किये.
कनक पंसारी ने भी कहा कि माननीयों का व्यवहार अच्छा नहीं था. देश की सबसे बड़ी पंचायत में जनहित से अधिक पक्ष-विपक्ष के नेता अपने अपने राजनीतिक हित पर अधिक चर्चा करते हैं. हालांकि जो अब तक टीवी पर देख रही थी उसे सीधे देखना अच्छा लगा. इसके लिए इन्होंने स्थानीय सांसद शाहनवाज हुसैन को धन्यवाद दिया. रिचा जैन ने बताता कि माननीयों से हम सब सीख लेते हैं. इसलिए उनका एक्शन तो ग्राह्य होना ही चाहिए. छात्र हारिश थोड़ी ही देर सही लेकिन संसद कार्यवाही देख कर गदगद थे. उन्होंने कहा कि यह सब सांसद शाहनवाज हुसैन के कारण हो सका. लोकसभाअध्यक्ष ने बच्चों को चाय पिलायी और तोहफे दिये.
बच्चे पूर्व उप प्रधानमंत्री एलके आडवाणी से मिले. श्री आडवाणी ने बच्चों को अपने छात्र जीवन के संस्मरण सुनाये. उपराष्ट्रपति श्री अंसारी के यहां भी बच्चे गये. उन्होंने भी बच्चों को चाय पिलायी और उनके प्रश्नों के उत्तर दिये. सांसद श्री हुसैन ने यहां से गये बच्चों के सम्मान में मंगलवार को अपने आवास पर रात्रि भोज दिया. बच्चे राजघाट भी गये. बच्चे कल अक्षरधाम मंदिर देखने जायेंगे.